प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्या कहा साक्षात्कार में?
यहां देखें— प्रधानमंत्री मोदी का एएनआई से साक्षात्कार: PM Narendra Modi's Interview to ANI
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संवाद समिति एएनआई को दिए साक्षात्कार में कहा कि मुझे दो हिस्सों में काम करना है, पहला बीजेपी का घोषणापत्र, दूसरा मेरा जो विजन है। 2019 में 100 दिन का नाम लेकर मैं चुनाव में गया था। कश्मीर वाला काम 100 दिन में किया। यूएपीए भी 100 दिन में पूरा किया। पशुओं के टीकाकरण का पूरा अभियान चला रहा हूं। मैं प्लानिंग करके आगे बढ़ता हूं।
मोदी की गारंटी से जुड़े सवाल पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि शब्दों के प्रति यहां किसी तरह के जिम्मेदारी नहीं। नेता जो कहते हैं वो करते नहीं हैं। प्राण जाए वचन ना जाए से हमें सीख लेनी चाहिए। मैं वादे की जिम्मेदारी लेता हूं। जब ऐसा करते हैं तो देश को भरोसा होता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ”मैंने जो कहा वो किया। कश्मीर का भाग्य 370 हटाकर बदला. तीन तलाक के खिलाफ़ कानून लाया। जाना भी होगा तो जिम्मेदारी लेकर जाएंगे कि जो कहा वो करके दिखाया। इसलिए मैं बार बार मोदी की गारंटी है कहता हूं।”
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से जुड़े सवाल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ”राम मंदिर का राजनीतिकरण कब हुआ और किसने किया? हमारी पार्टी की सरकार नहीं बनी थी तब फैसला हो सकता था। राजनीतिक फायदे के लिए इस मुद्दे को रखा गया। अदालत में फैसला ना आए इसकी भी कोशिश की गई। राम मंदिर उनके लिए (विपक्ष) राजनीतिक हथियार था। वोटबैंक बनाने का तरीका था। अब क्या हुआ। राम मंदिर बन गया और उनके हाथ से यह मुद्दा चला गया।”
”राम मंदिर मेरे लिए इवेंट नहीं था। वो मेरे लिए गंभीर मुद्दा था। 500 सालों का संघर्ष था। लाखों लोगों का बलिदान था। एक लंबी न्यायिक प्रक्रिया थी।”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ”लोगों ने एक एक पैसा देकर मंदिर बनाया है। यह सरकारी पैसे से नहीं बना है, यह लोगों के योगदान से बना है।”
मेरे फैसले किसी को डराने के लिए नहीं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 2024 का चुनाव देश के सामने है और जनता के सामने विकल्प है, कांग्रेस का पांच-छह दशक का काम और बीजेपी का 10 साल का काम देखना है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ”2024 और 2047 दोनों अलग हैं और दोनों को मिक्स नहीं किया जाना चाहिए। आजादी के 75 साल पूरे हो गए हैं। 100 साल भी होंगे इसलिए हमें आगे आने वाले 25 साल के बारे में सोचना है।”
”2024 अगले 5 साल को लेकर है। चुनाव अलग है। चुनाव को हमें हल्के में नहीं लेना है और उसको उत्सव के रूप मे मनाना चाहिए। चुनाव का माहौल उत्सव में बदल दें। लोकतंत्र सिर्फ संविधान के दायरे में नहीं बल्कि हमारी रगों में होना चाहिए।”
”देश चलाने की जब जिम्मेदारी दी जाती है तो सारा फोकस देश पर ही होना चाहिए। ये (विपक्ष) परिवार को मजबूत करने पर ध्यान देते हैं. मेरा सारा ध्यान देश को मजबूत करने पर है। देश मजबूत होता है तो हर किसी के हिस्से कुछ आता है। उन्हें लगता है कि कुछ तो देश में हो रहा है।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मेरे फैसले किसी को डराने के लिए नहीं है। ‘ये तो ट्रेलर हैं’ रैलियों में मोदी ये बात बार-बार कहते हैं। इसका मतलब समझाते हुए उन्होंने कहा- “मेरे फैसले देश के विकास के लिए हैं। युवाओं के लिए हैं। मैंने सबकुछ नहीं किया है। बहुत कुछ है जो अभी करना है। हर परिवार का सपना कैसे पूरा हो यह मेरे दिल में है। इसलिए मैं कहता हूं जो हुआ वो ट्रेलर है और मैं बहुत अधिक करना चाहता हूं।”