फागुन की रातें

अधरों पर प्रतिबंध देख आंखों ने की बातें। महक- महक उठती हैं पागल फागुन की रातें।। एकाकीपन मन का टूटा महक उठी अमराई। बहुत दिनों के बाद समय ने ली मादक अंगड़ाई। उस सूनी मुंडेर पर कोई काग बोलता होगा। करती हैं संकेत फागुनी गीतों की…
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प्रादेशिक साहित्यक अकादमी पुरस्कार से अशोक मनवानी सम्मानित

—याज्ञवल्क्य भोपाल। मध्यप्रदेश शासन संस्कृति विभाग की साहित्य अकादमी, मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद् ने वर्ष 2019 के 13 अखिल भारतीय और 15 प्रादेशिक कृति पुरस्कारों की घोषणा की है। बहुमुखी प्रतिभा संपन्न साहित्यकार—पत्रकार—कलाकार अशोक मनवानी…
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डॉ विक्रम संपत की पुस्तक ब्रेवहार्ट्स ऑफ भारतः विग्नेट्स फ्रॉम इंडियन हिस्ट्री का हुआ लोकार्पण

नई दिल्ली। प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ विक्रम संपत की पुस्तक “ब्रेवहार्ट्स ऑफ भारतः विग्नेट्स फ्रॉम इंडियन हिस्ट्री” का शनिवार को इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (आईजीएनसीए) के ‘समवेत’ सभागार में लोकार्पण हुआ। पुस्तक का लोकार्पण मुख्य अतिथि…
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पुस्तक समीक्षा: बवाली कनपुरिया खलनायक के सीने में नायक बनने की टीस

—मुकुंद 'बवाली कनपुरिया' किताब उत्तर प्रदेश के दुर्दांत विकास दुबे के जीवन की रक्तकथा है। बेहद संजीदा वरिष्ठ पत्रकार और प्रतिष्ठित कहानीकार डॉ. संजीव मिश्र ने अपने ठेठ अंदाज में विकास दुबे के उत्थान और पतन को आपराधिक, राजनीतिक और सामाजिक…
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ब्रह्मा की भूल

--------------- कई सालों से यह हिंदी का एक बहुपठित व्यंग्य है। पौराणिक चरित्रों के प्रति हमारा पूर्ण सम्मान है। इस रचना के कथानक में उनके नाम को केवल उनके प्रचलित कार्यों के प्रतीकात्मक रूप में मूल भाव को समझते हुए ही ग्रहण करें।…
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कवि अशोक श्रीवास्तव से -शुभ चौपाल- की विशेष बातचीत और गीत

https://youtu.be/49855w2QfrA (बरेली कार्यालय) बरेली। मध्यप्रदेश के रायसेन जिले के बरेली के कवि अशोक श्रीवास्तव कविता प्रेमियों के बीच जाना-पहचाना नाम है। आकाशवाणी, दूरदर्शन और देश की जानी-मानी पत्रिकाओं सहित वे मंचों के लोकप्रिय कवि हैं।…
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सोशल मीडिया पर छाया हुआ है यह वीडियो…

https://youtu.be/Ck8RtOhDcSU भोपाल। रजनीश, आचार्य रजनीश, भगवान रजनीश और अंत में ओशो के रूप में पहचान बनाने वाले ओशो हमेशा समाज-धर्म की विसंगतियों पर प्रहार करके विवाद खडे करते रहे। इन दिनो उनके साहित्य-प्रवचन के एक पात्र मुल्ला नसरूद्दीन…
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हिंदी साहित्य को केंद्र में लाने के लिए सतत प्रयासों की आवश्यकता: गीतांजलि श्री

—अदिति खन्ना— लंदन। किसी हिंदी उपन्यास के लिए अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार जीतने वाली पहली भारतीय लेखिका गीतांजलि श्री के लिए इस प्रतिष्ठित पुरस्कार को पाने से पहले का सफर काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा। श्री के मूल उपन्यास का नाम ‘रेत समाधि’…
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रानी कमलापति: इतिहास को जीवंत करने का चमत्कार

पुस्तक का नाम—रानी कमलापति (उपन्यास) लेखक—बलराम धाकड मेल—balramdhakar@gmail.com प्रकाशक—शिवना प्रकाशन, सीहोर(मप्र) वर्तमान मध्यप्रदेश भारत की स्वतंत्रता से पहले के कई छोटे—बडे राज्यों—जागीरों का समूह रहा है। इसमें जहां कई प्रमुख…
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हम तो सृजन करेंगे

थमा नहीं है अभी समय जो बीत गया उसको भूलें। अपने तो अपने साथ रहे जो रूठ गया उसको छोडें। श्रद्धा- विश्वास साथ अपने, मनचाहा वरण करेंगे। प्रलयकाल हो, तो भी क्या, हम तो सृजन करेंगे। मन को कमजोर न कर लेना मतलब की दुनिया की…
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