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याज्ञवल्क्य

कुछ आपबीती-कुछ जगबीती(21)

होम करते हाथ जलने की कहावत हम सबने सुनी है। यदि आपको भी इस दौर में होम करने यानि किसी के लिए अच्छा करने की बीमारी है तो तय है, आप भी हाथ जलने के अनुभव से अवश्य गुजरे होंगे। हालांकि हर बार ऐसा ही हो, यह जरूरी तो नहीं है, लेकिन आमतौर पर ऐसा…
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फिर से पांव जमाने के प्रयास में सत्ता के दलाल

—याज्ञवल्क्य रायसेन। मध्यप्रदेश में नई सरकार के गठन को अभी एक साल भी नहीं बीता है। संभावनाओं से हटकर डॉ मोहन यादव के मुख्यमंत्री बनने के बाद रायसेन जिले में भी बदले हुए समीकरणों में सत्ता के दलाल किनारे हो गए अथवा कर दिए गए। हाल ही के कुछ…
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रायसेन- अब महंगी बिकेगी नर्मदा की रेत

-याज्ञवल्क्य रायसेन। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से सटा रायसेन जिला नर्मदा की रेत और शराब के अवैध कारोबार के लिए कुख्यात है । इस जिले के लोग अब यह मानकर शिकायत नहीं करते कि संबंधित विभागों के अधिकारी अवैध कारोबारियों के अधीनस्थों की तरह…
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विविध रंगों से रंगी जिंदगी——याज्ञवल्क्य

कभी किया करती दिलजोई, कभी सताया करती है। शतरूपा  है,  जाने  कितने  रूप  दिखाया करती है। खट्टी—मिट्ठी, यारी—कुट्टी, चलती रहती धींगामस्ती विविध रंगों से रंगी जिंदगी, मुझे रिझाया करती है। —याज्ञवल्क्य…
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मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल: भाजपा नेतृत्व ने समझा माजरा

—याज्ञवल्क्य भोपाल। बेटे अभिज्ञान पटेल से जुडे विवाद के बहाने प्रदेश सरकार के मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल के विरुद्ध चक्रव्यूह रचने वाले उनके राजनीतिक विरोधियों के हिस्से में फिर एक बार बडी मात आई है। भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने संचार माध्यमो…
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गीत: फागुन की रातें— याज्ञवल्क्य

अधरों पर प्रतिबंध देख आंखों ने की बातें। महक- महक उठती हैं पागल फागुन की रातें।। एकाकीपन मन का टूटा महक उठी अमराई। बहुत दिनों के बाद समय ने ली मादक अंगड़ाई। उस सूनी मुंडेर पर कोई काग बोलता होगा। करती हैं संकेत फागुनी गीतों की…
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अच्छा होगा

तुम कुछ न कहो अच्छा होगा। हम कुछ न कहें अच्छा होगा। दोनो चुप रहकर बात करें बोलो— कितना अच्छा होगा। -याज्ञवल्क्यhttps://www.facebook.com/profile.php?id=100063791445862 https://www.subhchoupal.com/
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इतना ऐतबार…

जिंदगी है जो मुझे बहुत प्यार करती है। खेलती रहती है कहती दुलार करती है। बडे अजीब से हालात बनाती रहती। पार पा लूंगा इतना ऐतबार करती है। —याज्ञवल्क्य Yagyawalkya www.subhchoupal.com
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6 जनवरी विलीनीकरण विशेष: ऐसे सहेजा गया इतिहास

—याज्ञवल्क्य बात 1990 के आसपास की है। भारत का स्वाधीनता संग्राम पढ़ते— पढ़ते उसमें रायसेन जिले की भूमिका तलाशने की जिज्ञासा जाग्रत हुई। यह जानकर घोर आश्चर्य हुआ कि अंग्रेजों द्वारा शासित भारत तो 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्र हो गया था, लेकिन…
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कुछ आपबीती-कुछ जगबीती(14)

श्रीकृष्ण की ससुराल से स्वागतम् 2024 बीते कुछ दिनों से कुछ स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझता रहा हूं। यह चिंताजनक तो बिलकुल भी नहीं हैं, लेकिन कहीं न कहीं 2023 के अंतिम पखवारे में काम तो प्रभावित हुआ ही है। सन् 2024 को सूरज की प्रतीक्षा…
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