कोरोना के कोहराम में खामोशी से बीती रंग पंचमी
—तुलसी धाकड, देवेश ठाकुर जीसाहब—
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रायसेन। जिला मुख्यालय, तहसील मुख्यालयों और गांव की गलियों में सन्नाटा। इक्का— दुक्का वाहन और गिने— चुने लोग जरूरी होने पर ही आवाजाही करते रहे। यह शुक्रवार को रंग पंचमी के त्यौहार के आम दृश्य रहे, जबकि इससे पहले रंग पंचमी पर कहीं भी निकल जाएं, रंगों से सराबोर होना ही होता था।
‘शुभ चौपाल’ संवाददाताओं द्वारा प्राप्त समाचार बताते हैं कि जिले में लगातार बढ रहे कोरोना संक्रमण के मामलों ने लोगों को सावधानी बरतने को विवश कर दिया है। कोरोना के कोहराम में रंग पंचमी का उल्लास दबा रहा। जिले में कहीं से भी सामूहिक रंग पंचमी मनाए जाने की सूचना नहीं है। प्रतिवर्ष रंग पंचमी पर जिले से हजारों लोग रंग पंचमी पर करीला स्थित जानकी धाम पहुंचते थे और मेले तथा राई का आनंद उठाते थे। इस बार वहां कोई नहीं पहुंचा।
रायसेन जिले की गैरतगंज तहसील के ग्राम भानपुरगंज में स्थित माता जानकी एवं लवकुश मंदिर पर भी रंग पंचमी पर मेला लगता रहा है। इस स्थान को मिनी करीला के नाम से जाना जाता है। यहां भी मनोकामना पूर्ति को लेकर दूर दराज से हजारों लोग यहां पहुंचकर राई नृत्य बधाई के रूप में करवाते रहे हैं। यहां भी इस बार मेला आयोजित नहीं हुआ।