इतना ऐतबार…

जिंदगी है जो मुझे
बहुत प्यार करती है।
खेलती रहती है
कहती दुलार करती है।
बडे अजीब से हालात
बनाती रहती।
पार पा लूंगा
इतना ऐतबार करती है।
—याज्ञवल्क्य