मध्यप्रदेश: शुभ संयोगों के बीच हनुमान जन्मोत्सव की उमंग; हनुमान लला की पूजा हो रही श्रद्धा—भक्ति के संग

भोपाल। देश के साथ ही मध्यप्रदेश में भी श्री हनुमान जन्मोत्सव विशेष संयोगों में उमंग के साथ श्रद्धा और भक्तिभाव से मनाया जा रहा है। कोरोना काल के दो साल बिना आयोजनों के बीते थे। इसलिए भक्तों में अत्यधिक उत्साह देखा जा रहा है। हनुमान मंदिरों में सुबह से ही भक्तों के पहुंचने का क्रम चल रहा है। पवनपुत्र का महाभिषेक किया जा रहा है। भक्त हनुमान जी को चोला चढ़ा रहे हैं। उन्हें पुष्प और मालाएं अर्पित करके पूजा अर्चना कर रहे हैं। आरती गा रहे हैं। हनुमान चालीसा का पाठ कर रहे हैं।

हनुमान जी का जन्म चैत्र मास की पूर्णिमा हुआ था। हनुमान जन्मोत्सव के दिन शनिवार पड़ने से इस दिन का महत्व बढ़ रहा है। शनिवार व मंगलवार का दिन हनुमान जी को समर्पित माना गया है। इसके साथ ही हनुमान जयंती पर शनि मकर राशि में विराजमान हैं। ऐसा संयोग 31 साल बाद बन रहा है। आज हनुमान जयंती पर शनि मकर व देवगुरु बृहस्पति मीन राशि में हैं। मेष राशि में सूर्य, बुध व राहु की युति बन रही है। मेष राशि में त्रिग्रही योग बन रहा है। वहीं केतु तुला राशि में रहेगा। हनुमान जयंती पर रवि योग का भी निर्माण हो रहा है, इस योग में सूर्यदेव की विशेष कृपा होती है। इस योग में नए काम की शुरुआत को अति उत्तम माना जाता है।

राजधानी भोपाल में शहर के हनुमान मंदिरों में सुबह 5:00 बजे से हनुमान जी का जन्म उत्सव मनाने का उत्साह और उल्लास देखने को मिल रहा है। वही टीटी नगर मां आदर्श नव दुर्गा मंदिर में हनुमान जी का विशेष श्रृंगार किया गया है। हवन और पूजन जारी जारी है। इधर 1100 क्वार्टर स्थित हनुमान मंदिर में भी भक्तों की भीड़ सुबह 6:00 बजे से उमड़ रही है। कालोनियों में जगह-जगह सुंदरकांड के पाठ हो रहे हैं। न्यू मार्केट हनुमान मंदिर में विशाल भंडारे का आयोजन किया गया है। मार्केट में दूसरी जगह प्रसाद वितरण का कार्यक्रम व्यापारियों द्वारा रखा गया है। आज सुबह चार इमली स्थित श्री हनुमान मंदिर में विधायक रामेश्वर शर्मा ने कार्यकर्ताओं, समर्थकों श्रीराम भक्तों के साथ महाआरती की एवं हनुमान चालीसा का पाठ किया! उधर, छोला मंदिर चल समारोह काेे प्रशासन की ओर से अनुमति नहीं मिलने के कारण इसे निरस्‍त कर दिया गया है।

मध्यप्रदेश में पहली बार बजरंगबली को 1000 किलो के लड्डू का भोग

संस्कारधानी जबलपुर के पंचमठा स्थित हनुमान मंदिर में आज एक अनोखा रिकॉर्ड दर्ज होने जा रहा है। जबलपुर में लघु काशी के नाम से विख्यात गढ़ा के पंचमठा हनुमान मंदिर में 1000 किलोग्राम ( एक टन ) का महा प्रसादम लड्डू का भोग अर्पित किया जाएगा। मध्यप्रदेश में ये पहला मौका है जब इस महा विशाल लड्डू का भोग बजरंगबली को समर्पित किया जाएगा। पिछले 6 महीनों तक चली तैयारियों के बाद एक सप्ताह में इस लड्डू का निर्माण किया गया है। 1000 हजार किलोग्राम के इस महाप्रसादम लड्डू को बनाने के लिए महाराष्ट्र के नागपुर जिले और जबलपुर के कारीगरों ने इसे 56 घंटो में बनाकर तैयार किया है। लड्डू के ऊपर की सजावट के लिए कोलकाता से विशेष कारीगरों को बुलाया गया। जिस कढ़ाई में इस महाप्रसादम लड्डू को बनाया गया इस कढ़ाई को गुजरात के भावनगर से मंगाया गया था। 56 घंटो में तैयार हुए 1000 किलोग्राम के इस महालड्डू को बनाने के लिए 600 किलो शक्कर, 12 टिन घी, 5 टिन तेल, 250 किलोग्राम बेसन, 15 किलोग्राम ड्राईफूट का इस्तेमाल किया गया है।
महालड्डू के निर्माण होने के जगद्गुरु सुखानंद द्वाराचार्य स्वामी राघव देवाचार्य ने लड्डू का पूजन कर इसे मंदिर प्रांगण में स्थापित किया है। हनुमान जयंती पर रात्रि में जब बजरंगबली 56 व्यंजनों का भोग लगाया जाएगा, तब इन 56 भोग में इस महालड्डू को शामिल किया जाएगा।

इंदौर में हनुमान मंदिरों में मनाया जा रहा जन्मोत्सव

मध्यप्रदेश की व्यावसायिक राजधानी इंदौर में श्री हनुमान जन्मोत्सव हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है। कोरोनाकाल से राहत के बाद एक बार फिर अंजनी पुत्र हनुमान के जन्म का उल्लास शनिवार को नजर आया। सूर्योदय पर मठों, मंदिरों और आश्रमों में जन्म आरती की गई। नगर के हनुमान मंदिरों में दर्शन-पूजन के लिए अलसुबह से भक्तों की लंबी कतारें नजर आई। फूटी कोठी चौराहा स्थित रणजीत हनुमान मंदिर में सुबह 6 बजे जन्म आरती की गई। यहां हनुमंतवाड़ा सजाया गया है। रणजीत बाबा का श्रृंगार कर महाराष्ट्रीयन पोशाक पहनाई गई है। राजवाड़ा स्थित सुभाष चौक में हनुमान मंदिर में सुबह आरती की गई। यहां बड़ी संख्या में भक्त मौजूद थे। हनुमान जन्मोत्सव पर पूरे दिन मंदिर में भक्तों को ठंडा जल, शरबत और प्रसाद वितरित किया जाएगा। एरोड्रम रोड स्थित श्री श्रीविद्याधाम पर महामंडलेश्वर स्वामी चिन्मयानंद सरस्वती के सान्निध्य में सुबह 6 बजे षोडशोपचार पूजन, अभिषेक, श्रृंगार तथा प्रकटोत्सव के बाद आरती की गई। यहां संध्या को रामायण पाठ होगा। आश्रम परिवार के पूनमचंद अग्रवाल व पं. दिनेश शर्मा ने बताया कि हनुमानजी को फूल बंगले में विराजित किया गया है। बड़ा गणपति स्थित प्राचीन हंसदास मठ पर पंचमुखी चिंताहरण हनुमानजी की सुबह साढ़े 6 बजे जन्म महोत्सव आरती की गई। यहां शाम 5 बजे रामायण पाठ की पूर्णाहुति, शाम 7 बजे से रात 10 बजे तक महाप्रसादी का आयोजन होगा। भक्तों को सुबह 7 बजे से अभिमंत्रित चिंताहरण कवच का वितरण भी शुरू किया गया है।

रायसेन: छींद में दद्दा के दर्शनों के लिए उमड रहे श्रद्धालु

रायसेन जिले के प्रसिद्ध स्थल छींद में दद्दा के दर्शनों के लिए बडी संख्या में कई जिलों से श्रद्धालु तडके ही उमड पडे हैं। कोरोना काल के दो साल बाद उमडी भीड के कारण यहां बार—बार व्यवस्थाएं गडबडा रही हैं। कई श्रद्धालुओं ने कहा कि दद्दा की कृपा से ही कोरोना से सुरक्षित रहे हैं। अधिकांश श्रद्धालुओं का कहना रहा कि यहां के प्रति बडी संख्या में लोगों की आस्था को देखते हुए मंदिर प्रबंधन सरकार को अपने हाथों में लेते हुए यहां के विकास की अन्य धर्मक्षेत्रों की तरह दीर्घकालीन योजना बनानी चाहिए।

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