भारत और चीन सीमा विवाद को आपसी बातचीत के जरिए सुलझाने पर सहमत
नई दिल्ली। भारत और चीन पूर्वी लद्दाख में चल रहे सीमा विवाद को आपसी बातचीत के जरिए सुलझाने पर सहमत हो गए हैं। इसके साथ ही मसले का अंतिम समाधान निकलने तक दोनों देश फ्रंटलाइन एरिया में अधिकतम संयम बनाए रखेंगे। यह जानकारी चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स के हवाले से सामने आई है।
चीन के राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय की एक आधिकारिक मीडिया विज्ञप्ति के अनुसार भारत के साथ आगे भी वार्ताओं का दौर जारी रहेगा। 8वें राउंड कॉर्प्स कमांडर की बातचीत के बाद भारत और चीन सीमा पर तनाव घटाने को राजी हो गए हैं। दोनों देशों की तरफ से बयान जारी किया गया है। दोनों देशों की तरफ से कहा गया है कि गलतफहमी दूर करने और अपनी-अपनी सेना को संयम बरतने को कहेंगे। दोनों ही देश सीमा से जंगी वाहन और सेनाओं को हटाएंगे।
नेशनल स्ट्रैटेजी इंस्टीट्यूट में अनुसंधान विभाग के निदेशक कियान फेंग ने कहा, ‘संवाद और संचार को बनाए रखते हुए दोनों ही देश मतभेदों को बढ़ने से रोकने की कोशिश कर रहे हैं। चीनी विश्लेषकों ने बताया कि सातवें और आठवें दौर की वार्ता के परिणामों ने संकेत दिया कि दोनों पक्षों ने आपसी सहमति से मसले को सुलझाने के लिए हामी भरी है।
शंघाई एकेडमी ऑफ सोशल साइंसेज के इंटरनेशनल रिलेशंस इंस्टीट्यूट के एक शोध साथी हू झाइयोंग ने भी वार्ता के नवीनतम दौर पर निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि एक निष्ठुर भारत ने बेशर्म सौदेबाजी के लिए सैन्य वार्ता का दुरुपयोग किया था। भारतीय अखबार के अनुसार, भारत ने कहा कि सभी चिन्हित बिंदुओं पर एक साथ विघटन प्रक्रिया शुरू होनी है, जबकि वर्तमान में लगभग 50,000 भारतीय सेना की टुकड़ियां विभिन्न पहाड़ी स्थानों पर जंग के लिए तत्पर हैं।
चीन ने किया ये दावा
ग्लोबल टाइम्स ने अधिकारिक सूत्रों का हवाला देते हुए कहा है कि चीन ने भारत के समान संख्या में सैनिकों की तैनाती की है। चीन के पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) की भारतीय सेना पर अत्यधिक श्रेष्ठता है अगर कभी कोई शीतकालीन युद्ध होता है।
शांति बनाए रखने पर सहमति
रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार दोनों देशों की बातचीत में विवाद को आपसी सहमति से सुलझाने की स्वीकृति बनी है। दोनों देशों ने तय किया है कि वे अपने शीर्ष अधिकारियों की ओर से तय की गई गाइलाइंस को लागू करेंगे। साथ ही एलएसी पर तैनात सैनिकों के बीच किसी भी संभावित गलतफहमी को दूर करने का भी इंतजाम किया जाएगा।