जम्मू—कश्मीर— महबूबा मुफ्ती वापस जाओ के नारे, दिखाए गए काले झंडे
जम्मू। जम्मू में 7 नवंबर पीपुल्स अलायंस फॉर गुपकार डिक्लेरेशन के विभिन्न सदस्यों और विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की एक बैठक फारूक अब्दुल्ला की अध्यक्षता में होगी। बैठक में शिरकत करने को महबूबा मुफ्ती भी गुरुवार को जम्मू पहुंचीं और एयरपोर्ट पर काले झंडों व महबूबा वापस जाओ के नारों से उनका स्वागत हुआ।
महबूबा मुफ्ती के जम्मू पहुंचने से पहले ही बजरंग दल व शिवसेना के कई कार्यकर्ता एयरपोर्ट के बाहर काले झंडे लेकर पहुंच गए थे। पीडीपी अध्यक्ष की सुरक्षा बनाने व प्रदर्शनकारियों को उनसे दूर रखने के लिए एयरपोर्ट के बाहर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई थी। एयरपोर्ट के बाहर खड़े बजरंग दल, शिवसेना कार्यकर्ता महबूबा मुफ्ती व गुपकार घोषणा के खिलाफ नारेबाजी करते रहे।
जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद नजरबंदी से बाहर निकलते ही महबूबा ने बयान दिया था कि जब तक केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर का झंडा वापस नहीं करती, वह किसी भी दूसरे झंडे को हाथ नहीं लगाएंगी। उनके इस बयान के बाद सभी पीडीपी कार्यालयों से राष्ट्रीय ध्वज उतार दिया गया, जिसका पूरे प्रदेश में भारी विरोध हो रहा है। जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने व राज्य के दर्जे को समाप्त करने के केंद्र के फैसले को असंवैधानिक, यहां के लोगों से धोखा करार देते हुए कश्मीर केंद्रित पार्टियों ने हाल ही में पीपुल्स अलायंस फॉर गुपकार डिक्लेरेशन का गठन किया था।
अब्दुल्ला को इस संगठन का अध्यक्ष जबकि महबूबा मुफ्ती को इसका उपाध्यक्ष बनाया गया है। बताया जा रहा है कि नेकां के प्रधान व सांसद अब्दुल्ला कल यानी शुक्रवार को जम्मू पहुंचेंगे। बैठक में महबूबा मुफ्ती, पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के चेयरमैन सज्जाद गनी लोन, माकपा नेता मोहम्मद यूसुफ तारीगामी के अलावा अवामी नेशनल कॉन्फ्रेंस के मुजफ्फर शाह व नेकां उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला भी शामिल हो सकते हैं।