मध्यप्रदेश— रेत के अवैध उत्खनन से भाजपा में बवाल
भोपाल। प्रदेश में रेत के अवैध उत्खनन में भाजपा और कांग्रेस के नेताओं की लिप्तता सामने आती रही है। हालांकि दोनो दल इसके लिए एक— दूसरे पर आरोप— प्रत्यारोप भी लगाते रहे हैं। नरसिंहपुर जिले में भाजपा के नेताओं द्वारा एक— दूसरे पर अवैध उत्खनन के आरोपों से बवाल मचा हुआ है।
मंगलवार की शाम भाजयुमो के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य आनंद राजपूत ने पत्रकारवार्ता में जिले की रेत खदानों के समूह का ठेका लेने वाली धनलक्ष्मी कंपनी तथा सांसद राव उदय प्रताप की मिलीभगत से रेत का अवैध उत्खनन होने का आरोप लगाया। इसके बाद रात करीब नौ बजे बजे सांसद प्रतिनिधि राव संदीप सिंह ने प्रेस कान्फ्रेंस की और कहा कि यह तमाम आरोप शिवा कार्पोरेशन के इशारे पर लगाए जा रहे हैं।
भाजयुमो के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य आनंद राजपूत ने गाडरवारा में कहा कि जिले में धनलक्ष्मी कंपनी के आने के साथ नेताओं व अधिकारियों के संरक्षण में रेत का अवैध कारोबार तेजी से बढ़ा है। आपराधिक घटनाएं और सरेआम गुंडागर्दी भी की जा रही है। इसका विरोध किया तो मेरे ऊपर ही अवैध उत्खनन का झूठा प्रकरण बना दिया। श्री राजपूत को चार दिन पहले ही खनिज विभाग द्वारा ग्राम मेहरागांव में तीन हजार घन मीटर रेत का अवैध उत्खनन करने के मामले में नोटिस जारी करते हुए, एक करोड़ 87 लाख 50 हजार रूपये का अर्थदंड प्रस्तावित किया गया है। श्री राजपूत ने कहा कि मेरे द्वारा जहां रेत के अवैध उत्खनन किए जाने की बात कही गई है वहां कंपनी चेक पोस्ट बनाए हुए है। जो प्रकरण बनाया है उसमें न तो स्थानीय व्यक्तियों के हस्ताक्षर है और न ही मेरे नाम पर उत्खनन करने वाली मशीन या परिवहन करने वाहन का उल्लेख है। उन्होंने ठेका कंपनी सहित सांसद से अपनी जान को खतरा बताते हुए मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।
रेत के अवैध उत्खनन को लेकर अपनी ही पार्टी के साथी द्वारा मोर्चा खोले जाने और सीधे-सीधे आरोपित किए जाने पर सांसद (नरसिंहपुर-होशंगाबाद) राव उदय प्रताप सिंह ने कहा कि अवैध कारोबार या किसी कंपनी को प्रश्रय देने का आरोप निराधार है। उन्होंने कहा कि किसी को धमकाने या गलत कार्य में सहयोग करने के लिए मैने कभी किसी को नहीं कहा है। उधर गाडरवारा में सांसद प्रतिनिधि राव संदीप सिंह ने आरोप लगाया कि होशंगाबाद की शिवा कार्पोरेशन के इशारे पर यह आरोप लगाए जा रहे हैं, जो निराधार हैं।