मध्यप्रदेश— आर्थिक संकट में प्रदेश, एक महीने में चौथी बार बाजार से कर्ज
भोपाल। प्रदेश में विधानसभा उपचुनावों से पहले बडी— बडी घोषणाएं करने वाली शिवराज सिंह चौहान सरकार गंभीर आर्थिक संकट में है। इस बात का अनुमान ऐसे लगाया जा सकता है कि सरकार को एक महीने में चौथी बार बाजार से कर्ज लेना पड़ा है। बुधवार को सरकार ने एक बार फिर बाजार से एक हजार करोड़ रुपए का कर्ज लिया है। वित्त विभाग का कहना है कि यह कर्ज विकास योजनाओं के लिए लिया गया है।
प्रदेश की शिवराज सरकार इससे पहले 7, 13 और 21 अक्टूबर बाजार से एक-एक हजार रुपए का कर्ज ले चुकी है। सरकार के सात महीने के कार्यकाल में यह नौवां मौका है जब उसे बाजार से कर्ज लेना पड़ा है। कोरोना संकट के चलते सरकार के खर्च में बेतहाशा वृद्धि हुई है। रही-सही कसर जीएसटी में लगातार हो रही कमी ने पूरी कर दी है। इस साल जनवरी के बाद से ही सरकार पर 22 हजार करोड़ का कर्ज बढ़ गया है।