कांग्रेस— विधानसभा चुनावों में करारी हार पर समूह ने सोनिया को सौंपी रिपोर्ट
नई दिल्ली। हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा था। इस हार के पीछे कारण क्या थे? इसका पता लगाने के लिए कांग्रेस ने पांच सदस्यों का एक समूह गठित किया था। इस समूह ने अब कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है।
पश्चिम बंगाल, असम, तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी में हाल ही में विधानसभा के चुनाव संपन्न हुए हैं। इनमें अगर तमिलनाडु को छोड़ दिया जाए तो बाकी राज्यों में कांग्रेस का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा।
जानकारी के अनुसार, इस समूह में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद, मनीष तिवारी और विंसेट पाला भी शामिल थे। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण इस समूह का नेतृत्व कर रहे थे। इसके सदस्यों ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से पश्चिम बंगाल, असम, केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी के नेताओं के साथ कई बैठकें कीं। समूह को अपनी रिपोर्ट सौंपने के लिए दो हफ्ते का समय दिया गया था।
ज्ञातव्य हो कि आपको बता दें कि पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी कांग्रेस के उस ‘जी 23’ समूह का हिस्सा हैं, जो पार्टी में संगठनात्मक चुनाव और जिम्मेदारी के साथ जवाबदेही सुनिश्चित करने की मांग पिछले कई महीनों से कर रहा है। कांग्रेस की शीर्ष नीति निर्धारण इकाई कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की डिजिटल बैठक में सोनिया गांधी ने प्रस्ताव दिया था कि चुनाव नतीजों के कारणों का पता लगाने के लिए एक छोटा समूह गठित किया जाए। इस पर सीडब्ल्यूसी ने अपनी सहमति दी थी।
गौरतलब है कि असम और केरल में सत्ता में वापसी का प्रयास कर रही कांग्रेस को हार झेलनी पड़ी। वहीं, पश्चिम बंगाल में उसका खाता भी नहीं खुल सका। पुडुचेरी में उसे करारी हार का सामना करना पड़ा जहां कुछ महीने पहले तक वह सत्ता में थी। तमिलनाडु में उसके लिए राहत की बात रही कि द्रमुक की अगुवाई वाले उसके गठबंधन को जीत मिली।