मुख्यमंत्री ने कहा— कोरोना नियंत्रण के लिए अंतर्रात्मा से धन्यवाद
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना की दूसरी लहर ‘मेरी जिंदगी का सबसे भयानक दौर’ था। इस संकट के समय में जिस तरह जन-सहयोग से मध्यप्रदेश संकट से बाहर आया है, उसके लिए मैं सभी को अपनी अंतर्रात्मा से धन्यवाद देता हूँ एवं आभार व्यक्त करता हूँ। मध्यप्रदेश क्राइसिस मैनेजमेंट समितियों के माध्यम से जन-सहयोग द्वारा कोरोना नियंत्रण का अनूठा मॉडल है, जिसकी पूरे देश में चर्चा हो रही है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कोरोना संकट टला है, समाप्त नहीं हुआ। प्रदेश में आगामी 15 जून तक कई छूटों के साथ कोरोना कर्फ्यू जारी रहेगा। क्राइसिस मैनेजमेंट समूह छूटों के विषय में निर्णय लेंगे तथा प्रत्येक तीसरे दिन रिव्यू करेंगे। संक्रमण किसी भी स्थिति में बढ़ने नहीं देना है। उन्होने कहा कि हर व्यक्ति के लिए कोविड अनुरूप व्यवहार, सभी कोविड गाइड लाइन्स का पालन अनिवार्य है। हर जिले में इसे सुनिश्चित कराया जाए। मुख्यमंत्री ने आज सोमवार को मंत्रालय में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों के प्रभारी मंत्रियों, सांसदों, विधायकों, प्रभारी सचिवों सहित क्राइसिस मैनेजमेंट समूह के सदस्यों से चर्चा की। मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव श्री मोहम्मद सुलेमान उपस्थित थे।
प्रदेश का पॉजिटिविटी रेट 1.6%, नए प्रकरण 1205
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की पॉजिटिविटी रेट घटकर 1.6% रह गई है, यह प्रसन्न्ता की बात है। प्रदेश की रिकवरी रेट 96% हो गई है। आज किए गए 75 हजार से अधिक टेस्ट में 1205 नए पॉजिटिव प्रकरण आए हैं। खण्डवा जिले में कोरोना का कोई प्रकरण नहीं है तथा 30 जिलों में 10 से कम नए प्रकरण आए हैं। उन्होने कहा कि सभी दुकानदार कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करें। स्वयं मास्क लगाएँ, दुकान पर सेनेटाइजर रखें, ग्राहकों के बीच दूरी की व्यवस्था करें तथा बिना मास्क वाले को सामान न दें।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में जनता को कोरोना से सहायता देने के लिए 5 नई योजनाएँ मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना, कोरोना योद्धा योजना, अनुकंपा नियुक्ति एवं विशेष अनुग्रह योजना तथा कोविड मृत्यु पर अनुग्रह राशि योजनाएँ प्रारंभ की गई हैं। इन सभी का लाभ जनता को दिलाया जाना सुनिश्चित किया जाए। उन्होने कहा कि सरकार ने फैसला लिया है कि अब विधायक अपनी विधायक निधि की 50% राशि स्वेच्छानुदान के रूप में इस्तेमाल कर सकेंगे।