इसराइल के निशाने पर हमास के सैन्य प्रमुख, कई बार लगाया निशाना
गाजा सिटी (गाजा पट्टी)। इसराइल और फ़लस्तीनी चरमपंथियों के बीच गज़ा में भीषण संघर्ष 10वें दिन भी जारी है। इसराइल ने फ़लस्तीनी चरमपंथी संगठन हमास के कमांडरों के घरों पर हमले किए हैं और कहा है कि उसने हमास के सैन्य प्रमुख मोहम्मद देइफ़ को कई बार मारने की कोशिश की।
मंगलवार रात को इसराइल के हमलों में दो चरमपंथी मारे गए। इस संघर्ष में अब तक कम-से-कम 219 लोगों की जान जा चुकी है। इसराइल का कहना है कि गज़ा में मारे जाने वालों में कम-से-कम 150 चरमपंथी शामिल हैं, जबकि गज़ा पर नियंत्रण करने वाले हमास के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार मारे गए लोगों में लगभग 100 औरतें और बच्चे हैं। इजराइली युद्धक विमानों ने गाजा सिटी के कई स्थानों पर भीषण हवाई हमले किए। उधर इसराइल पर रॉकेटों से हमले हुए हैं। हमास का कहना है कि उन्होंने दक्षिण में एक एयरबेस को निशाना बनाया है। इस बीच अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसराइल और फ़लस्तीनियों के बीच समझौता कराने की कोशिशें तेज़ हो गई हैं। दोनों पक्षों के बीच युद्धविराम के प्रयास हो रहे हैं मगर उनमें कोई प्रगति होती नहीं दिख रही। अमेरिका लगातार सुरक्षा परिषद से एक संयुक्त बयान जारी करने की कोशिशों में बाधा डाल रहा है, हालाँकि उसने युद्धविराम की अपील की है।
इस भीषण संघर्ष के बीच इसराइल के प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू ने कहा है कि गज़ा में सैन्य अभियान “जब तक ज़रूरी हो चलता रहेगा”। उन्होंने साथ ही दक्षिणी इसराइल में अधिकारियों से कहा है कि ये अभियान “कई दिनों में” ख़त्म हो सकता है। नेतन्याहू ने कहा कि इस बार हमास को ऐसे झटके मिले हैं, जिसकी उसे उम्मीद नहीं थी और वो वर्षों पीछे चले गए हैं। उन्होने कहा, “हमारे आसपास के दुश्मन देख सकते हैं कि हम अपने ख़िलाफ़ हमलों के लिए क्या क़ीमत वसूलते हैं।”
इसराइली सुरक्षा कवच— आयरन डोम
इसराइल और फलस्तीनियों के बीच जारी लड़ाई के बीच इसराइली सेना ने कहा कि हमास और दूसरे फ़लस्तीनी संगठनों ने 1,500 से अधिक रॉकेट इसराइल की ओर दाग़े हैं। लेकिन इनमें से ज़्यादातर रॉकेट इसराइल की सुरक्षा शील्ड के कारण ज़मीन तक पहुंचने से पहले ही नष्ट हो गए। इस सुरक्षा शील्ड को आयरन डोम एंटी मिसाइल डिफेन्स सिस्टम कहते हैं। ये तकनीक 90 प्रतिशत मामलों में कारगर साबित होती है। ये रॉकेट को रिहायशी इलाकों में ज़मीन पर गिरने से पहले ही मार गिराती है। ये सिस्टम ख़ुद से पता लगा लेता है कि मिसाइल रिहायशी इलाकों में गिरने वाला है या नहीं और कौन-सा मिसाइल अपने निशाने से चूक रहा है। सिर्फ वो मिसाइल जो रिहायशी इलाकों में गिरने वाले होते हैं, उन्हें ये सिस्टम बीच हवा में मार गिराता है। आयरन डोम ने इसराइलियों की सुरक्षा की है, नहीं तो रॉकेट हमले में कई गुना अधिक मौतें हो सकती हैं। कुछ सालों में हिंसा के बीच रह रहे इसराइली इस तकनीक के शुक्रग़ुज़ार हैं कि ये उनकी जान बचाती है।