कांग्रेस की करारी हार के कारणों का पता लगाने समूह का गठन

नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 4 राज्यों और एक केंद्रशासित प्रदेश के हालिया विधानसभा चुनावों में पार्टी के निराशाजनक प्रदर्शन के कारणों का पता लगाने के लिए मंगलवार को 5 सदस्यीय समूह का गठन किया। पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी बयान के मुताबिक, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण इस समूह का नेतृत्व करेंगे। इस समूह में वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद, मनीष तिवारी, विंसेट पाल और लोकसभा सदस्य ज्योति मणि भी शामिल हैं।

खास बात यह है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी कांग्रेस के उस ‘जी 23’ समूह का हिस्सा हैं जो पार्टी में संगठनात्मक चुनाव और जिम्मेदारी के साथ जवाबदेही सुनिश्चित करने की मांग पिछले कई महीनों से कर रहा है।

कांग्रेस की शीर्ष नीति निर्धारण इकाई कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की सोमवार को हुई डिजिटल बैठक में सोनिया गांधी ने प्रस्ताव दिया था कि चुनाव नतीजों के कारणों का पता लगाने के लिए एक छोटा समूह गठित किया जाए। इस पर सीडब्ल्यूसी ने अपनी सहमति दी थी। इसी बैठक में सोनिया ने हालिया विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के प्रदर्शन पर चिंता जाहिर करते हुए कहा था कि इन नतीजों से स्पष्ट है कि कांग्रेस में चीजों को दुरुस्त करना होगा।

दरअसल असम और केरल में सत्ता में वापसी की कोशिश कर रही कांग्रेस को हार झेलनी पड़ी। वहीं, पश्चिम बंगाल में उसका खाता भी नहीं खुल सका। पुडुचेरी में उसे करारी हार का सामना करना पड़ा जहां कुछ महीने पहले तक वह सत्ता में थी। तमिलनाडु में उसके लिए राहत की बात रही कि द्रमुक की अगुआई वाले उसके गठबंधन को जीत मिली।

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