पप्पू यादव की गिरफ्तारी के विरोध में थाने पर प्रदर्शन
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पटना। जन अधिकार पार्टी के प्रमुख और पूर्व सांसद पप्पू यादव को गिरफ़्तार कर लिया गया। उनकी गिरफ़्तारी पटना में हुई। पप्पू यादव की गिरफ्तारी के विरोध में उनके समर्थकों ने गांधी मैदान थाने का घेराव करते हुए जमकर प्रदर्शन किया। उनकी गिरफ्तारी के बाद लोग उन्हें रिहा करने की मांग कर रहे हैं।
मंगलवार सुबह पप्पू यादव पीएमसीएच के कोविड वार्ड में गए थे। इसके बाद पुलिस ने उन्हें मंदिरी स्थित उनकी आवास से गिरफ्तार कर लिया। पप्पू यादव की गिरफ्तारी की खबर सुनकर उनके आवास पर भी समर्थकों की भीड़ जमा होने लगी। डीएसपी टाउन सुरेश प्रसाद के अनुसार उन्हें लॉकडाउन के नियमों के उल्लंघन के लिए गिरफ़्तार किया गया है। वह बिना परमिट के घूम रहे थे। उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है। गिरफ़्तारी के बाद पप्पू यादव ने कहा कि “वे आपको बताएंगे कि मुझे क्यों गिरफ्तार किया गया है। मैं पिछले डेढ़ महीने से हर परिवार की मदद कर रहा हूं। बावजूद इसके कि कुछ समय पहले ही मेरा ऑपरेशन हुआ था। सरकार और नीतीश बाबू को ही पता होगा कि ये सब क्या है. लॉकडाउन के उल्लंघन पर गिरफ़्तारी नहीं होती है।”
यह ज्ञातव्य हो कि पप्पू यादव ने बीते शुक्रवार को अपने समर्थकों के साथ लोकसभा सांसद राजीप प्रताप रूडी की सांसद निधी से ख़रीदी गई दो दर्जन से अधिक खड़ी एंबुलेंस पर छापा मारा था। पप्पू यादव सुरक्षाकर्मियों के विरोध के बावजूद अंदर घुस गए थे। उन्होंने यहां खाली खड़ी एंबुलेंस के ऊपर ढंके त्रिपाल को हटाते हुए वीडियो बनाया और उसे ट्विटर पर पोस्ट कर दिया। उन्होने आरोप लगाया था कि एक तरफ़ तो बिहार में लोग इलाज के बिना मर रहे हैं और दूसरी तरफ पूर्व सांसद के कार्यालय में एंबुलेंस खाली खड़ी हैं। यादव ने कहा था कि एक किलोमीटर दूर स्थित अस्पतालों में मरीज़ को पहुंचाने के लिए भी लोगों को दस-बारह हज़ार रुपए खर्च करने पड़ रहे हैं। स्वास्थ्य सेवाओं में एंबुलेंस की कमी का हवाला देते हुए उन्होंने कहा था कि सारण से सासंद राजीव रूडी ने सौ एंबुलेंस अपने पास रख रखी हैं। हालांकि राजीव प्रताप रूडी ने इन आरोपों को खारिज किया था और कहा था कि कुछ एंबुलेंस ख़राब होने के कारण या फिर ड्राइवर की कमी के कारण खड़ी हैं। बाद में ये विवाद काफी बढ़ गया था।
ट्विटर पर नंबर 1 ट्रेंडिंग बना #ReleasePappuYadav
पप्पू यादव अपने टि्वटर हैंडल से अपनी गिरफ्तारी की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मुझे गिरफ्तार कर पटना के गांधी मैदान थाने लाया गया है। इसके अलावा दूसरी ट्वीट में उन्होंने कहा कि कोरोना काल में जिंदगियां बचाने के लिए अपनी जान हथेली पर रख जूझना अपराध है तो हां मैं अपराधी हूं। PM साहब, CM साहब, दे दो फांसी या भेज दो जेल, झुकूंगा नहीं, रुकूंगा नहीं। लोगों को बचाऊंगा। बेईमानों को बेनकाब करता रहूंगा! इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि लॉकडाउन उल्लंघन के नाम पर गिरफ्तारी कर सरकार ने खुद अपने पांव पर कुल्हाड़ी मार ली है। अगर जनता जाग गयी तो यह पीएम मोदी और सीएम नीतीश को भारी पड़ेगी।