रायसेन— स्वास्थ्य मंत्री के जिले में एंबुलेंस न मिलने पर नानी को ठेले पर लेकर क्लिनिक आया नाती
रायसेन। तमाम सरकारी दावों के बावजूद वेसे तो पूरे मध्यप्रदेश में ही सरकारी स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल हैं, लेकिन प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी के गृह जिले रायसेन में यह बदहाली कुछ ज्यादा ही है। एक बुजुर्ग महिला को एंबुलेंस नहीं मिली तो उसका नाती हाथ ठेले पर बैठाकर उसे दिखाने के लिए अस्पताल ले गया।
यह घटना रायसेन के नरापुरा की है। यहां की निवासी 70 वर्षीय बसंती बाई को सर्दी, जुकाम और बुखार की शिकायत थी। लॉकडाउन के चलते यहां भी
सार्वजनिक परिवहन यानि आटो आदि बंद हैं। कई लोगों से कहने के बाद भी कोई वाहन वाला उन्हें अस्पताल लेकर जाने के लिए तैयार नहीं हुआ।
हार— थककर नाती ने बुजुर्ग महिला को हाथ ठेले पर बैठाया और अस्पताल ले गया। करीब एक किलोमीटर दूर निजी क्लिनिक में ले जाने के दौरान किसी ने नाती की सहायता नहीं की। नीलेश ने बताया कि कई लोगों से नानी को अस्पताल ले जाने के लिए उसने हाथ जोड़े। मगर कोई तैयार नहीं हुआ। इस स्थिति में भी बुजुर्ग महिला को निजी क्लिनिक ले जाने की मजबूरी जिला मुख्यालय पर ही सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं की हालत बता रही है। दरअसल जिले के स्वास्थ्य विभाग को अव्यवस्थाओं और भ्रष्टाचार की बीमारी लगी हुई है। तहसील मुख्यालयों में सरकारी अस्पताल और अधिक बदहाली की शिकार हैं। जिले के गांवों में तो स्वास्थ्य विभाग कागजों पर ही चल रहा है।