तमिलनाडु— स्टालिन ने ली मुख्यमंत्री पद की शपथ, मंत्रियों में ‘गांधी’ और ‘नेहरू’ भी शामिल
चैन्नई। तमिलनाडु में विधानसभा चुनाव में हुए सत्ता परिवर्तन में द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (डीएमके) ने अकेले 133 सीटें हासिल की हैं। शुक्रवार को राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने सादे समारोह में एमके स्टालिन ने मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। इसके साथ ही 34 सदस्यों की मंत्रीपरिषद की भी घोषणा की गई। अब तमिलनाडु मंत्रिमंडल में ‘स्टालिन’ के साथ ‘गांधी’ और ‘नेहरू’ भी होंगे।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने वाले स्टालिन का पूरा नाम मुथुवेल करुणानिधि स्टालिन है। सोवियत यूनियन के प्रसिद्ध नेता जोसेफ स्टालिन के नाम पर उनका नाम रखा गया था। करुणानिधि ने उन्हें अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था, जिनकी मौत के बाद 28 अगस्त 2018 को स्टालिन डीएमके के अध्यक्ष बन गए थे।
पहली बार मुख्यमंत्री बने स्टालिन ने के एन नेहरू का नाम निकाय प्रशासन मंत्री, जबकि आर. गांधी का नाम हैंडलूम एंड टेक्सटाइल्स, खादी एवं ग्रामीण इंडस्ट्री बोर्ड के तौर पर प्रस्तावित किया है। केएन नेहरू डीएमके के पुराने और कद्दावर नेता हैं। 1989 में पहली बार चुनाव जीतने वाले नेहरू तिरूचि वेस्ट सीट से लगातार मैदान में उतरते हैं। उनके पिता ने देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के नाम पर नामकरण किया था। वहीं आर गांधी रानीपेट सीट से विधायक चुने जाते रहे हैं। वह 1996 में पहली बार चुनाव जीतकर आए थे।
234 सदस्यों वाले तमिलनाडु विधानसभा में डीएमके को 133 सीटें मिली। गठबंधन में लड़ रहे सहयोगी दलों कांग्रेस, सीपीएम, सीपीआई, वीसीके को मिलाकर कुल 159 सीटों पर जीत हासिल हुई। वहीं एआईएडीएमके के खाते में 66 सीटें आईं। सहयोगी दल बीजेपी को 4 और पीएमके को 5 सीटों पर जीत मिली।
हर परिवार को चार हजार
मुख्यमंत्री स्टालिन ने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के साथ ही एक अहम फैसला करते हुए प्रदेश के सभी परिवारों को कोरोना राहत के रुप में 4000 रुपये देने का आदेश दिया है। मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद कुर्सी संभालने ही उन्होंने इस आदेश पर हस्ताक्षर किए। इसमें से 2,000 रुपए की पहली किस्त मई महीने में ही दे दी जाएगी। इसके अलावा स्टालिन ने यह भी घोषणा की कि राज्य सरकार सभी स्टेट गवर्नमेंट इंश्योरेंस कार्डहोल्डर्स का निजी अस्पतालों में भी कोरोना संबंधित उपचार का खर्च वहन करेगी।