नहीं रहे रोहित सरदाना, पत्रकार साथी रहें सावधान क्योंकि अप्रेल में हर दिन औसतन दो पत्रकारों की मौत
नई दिल्ली। जानेमाने टीवी एंकर और वरिष्ठ पत्रकार रोहित सरदाना आज शुक्रवार को नहीं रहे। शुक्रवार को ही रोहित सरदाना के अलावा एक अन्य पत्रकार नीलाक्षी भट्टाचार्य भी नहीं रहीं। कोरोना संक्रमित रोहित हृदयाघात से चले गए। टीवी चैनल आज तक के स्टार एंकर रोहित की मौत ने सबको झकझोर दिया है। नेताओं, खिलाड़ियों, बॉलिवुड हस्तियों से लेकर आम दर्शकों ने उनके निधन पर दुख जताया है। अब तक देश में 2 लाख से अधिक लोगों की जान ले चुका कोरोना वायरस की जद में बड़ी संख्या में पत्रकार भी आ रहे हैं।
अप्रैल में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने कई पत्रकारों को निगल लिया है। दिल्ली आधारित इंस्टीट्यूट ऑफ परसेप्शन स्टडीज की एक रिपोर्ट के मुताबिक अप्रैल महीने में देश में 52 पत्रकारों की कोरोना की वजह से मौत हुई है। यानि औसतन हर दिन दो पत्रकारों की जान कोरोना की वजह से गई है। इस रिपोर्ट में उन सभी लोगों को शामिल किया गया है जो फील्ड में खबर एकत्रित करते हुए, जिनमें स्ट्रिंगर, फ्रीलांसर, फोटो जर्नलिस्ट और सिटिजन जर्नलिस्ट शामिल हैं, कोरोना संक्रमित हुए और उनकी जान चली गई।
‘शुभ चौपाल’ केंद्र और राज्य सरकारों से इस कोरोना संकट में अपने दायित्वों की पूर्ति के लिए निरंतर तमाम खतरे उठाते हुए सभी स्तरों के पत्रकारों के लिए बचाव और इलाज के हरसंभव साधन और सुविधाएं मुहैया कराने की मांग करता है। पत्रकार साथियों से भी निवेदन है कि आप अपने परिवार और समाज के लिए महत्वपूर्ण हैं। इसलिए कोरोना के संक्रमण के प्रति लापरवाह न रहें।