मध्यप्रदेश— देश की औसत संक्रमण दर को किया पार, कलेक्टर कर सकेंगे दो करोड तक खर्च

भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण की देश की औसत दर पार हो गई है। प्रदेश में 12.01 फीसद लोग संक्रमित हो रहे हैं, जबकि राष्ट्रीय स्तर पर यह आंकड़ा 9.9 है।

यह स्थिति इसलिए भी चिंताजनक है कि कुछ दिन पहले यह दर 10.06 थी। संक्रमितों की संख्या 28533 तक पहुंच गई है और पिछले एक सप्ताह में 12-13 गुना मामले बढ़े हैं। आक्सीजन की मांग भी अप्रत्याशित तौर पर बढ़ी है। 22 मार्च तक 64 टन आक्सीजन की खपत हो रही थी, जो 10 अप्रैल को बढ़कर 234 टन हो गई। आक्सीजन की इस बढ़ती मांग के पीछे लोगों और फैक्टरियों द्वारा संग्रह करने की आशंका है। राहत की बात यह है कि प्रदेश में 277 टन ऑक्सीजन की उपलब्धता है। रेमडेसिविर इंजेक्शन की आपूर्ति शुरू हो गई है। यह आधिकारिक जानकारी राज्य शासन की ओर से दी गई है।

इस बीच कोविड-19 के दौरान आकस्मिक व्यय के लिए सरकार ने प्रदेश के लिए 104 करोड़ रुपये जारी किए हैं। मेडिकल और राहत शिविर के लिए प्रत्येक कलेक्टर दो करोड़ रुपये खर्च कर सकेंगे। उन्हें किसी भी तरह की खरीद या अन्य आवश्यकताओं पर खर्च करने का विशेषाधिकार रहेगा। राहत आयुक्त कार्यालय की ओर से इस आशय के आदेश जारी कर दिए गए हैं। इसके तहत कलेक्टर अपनी अध्यक्षता में समिति का गठन कर राशि व्यय कर सकेंगे। यह राशि कोरोना संक्रमितों के भोजन-कपड़े, क्वारंटाइन सेंटर के संचालन, आवश्यक सेवाओं में तैनात कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए सामग्री खरीदने में खर्च की जा सकेगी।

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