बढ़ रही है रेमडेसिविर की कालाबाजारी

मुंबई। लगातार बढ़ते कोरोना के संक्रमण के बीच रेमडेसिविर की कालाबाजारी भी बढ़ने की खबरें हैं। सामने आ रही जानकारी बताती है कि रेमडेसिविर अपनी तय कीमत से दो गुना तीन गुना नहीं 1000 गुना ज्यादा कीमत पर बेची जा रही है। मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने छापेमारी में 272 रेमडेसिविर इंजेक्शन बरामद किया है। इसका इस्तेमाल कालाबाजारी में किया जाना था। इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है।

इस दवा की बढ़ती मांग का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि एक समाचार चैनल की एक खबर के अनुसार रेमडेसिविर की एक खुराक की कीमत डेढ़ से दो लाख रुपये तक हो गयी है। इस दवा के लिए कई जगहों पर लंबी- लंबी लाइन लगी है तो कई जगहों पर बहुत ज्यादा पैसे खर्च करके लोग ब्लैक में खरीद रहे हैं।

एक रिपोर्ट के अनुसार इस दवा की मांग 28 मार्च से 50 गुना बढ़ी है। भारत में सात ऐसी कंपनियां हैं जो इस दवा को बनाती है और कंपनियों ने अधिक उत्पादन का आदेश दे दिया है। बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामले को लेकर इस दवा की डिमांड बढ़ रही है लेकिन इसकी सप्लाई उतनी नहीं हो पा रही है। ऐसे में कई दवा दुकानदार इसकी कालाबाजी कर रहे हैं। सिर्फ महाराष्ट्र ही नहीं देश के कई राज्यों में इस दवा की किल्लत है। दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात, मध्यप्रेदश जैसे राज्य जहां कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी है, वहां इस दवा की किल्लत ज्यादा है।

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