तेजी से बढ़ रहे कोविड-19 के मामले, 62,258 नए मामले सामने आए, यह इस वर्ष की अब तक की सबसे बडी संख्या
नई दिल्ली। देश में एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 62,258 नए मामले सामने आए और इसके साथ ही शनिवार को संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1,19,08,910 हो गई। यह इस वर्ष की अब तक की सर्वाधिक संख्या है। शनिवार को अद्यतन किए गए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार यह जानकारी सामने आई है।
मंत्रालय के आँकड़ों के अनुसार लगातार 17वें दिन नए मामलों में वृद्धि दर्ज की गई है। देश में अब उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 4,52,647 हो गई है, जो संक्रमण के कुल मामलों का 3.80 प्रतिशत है, जबकि मरीजों के ठीक होने की दर घटकर 94.85 प्रतिशत रह गई है।
देश में 24 घंटे की अवधि में 62,258 नए मामले सामने आए, जो 16 अक्टूबर, 2020 के बाद एक दिन में सर्वाधिक हैं। संक्रमण से 291 और मरीजों की मौत होने से देश में इस महामारी में मरने वालों की संख्या बढ़कर 1,61,240 हो गई। पिछले साल 16 अक्टूबर को 24 घंटे के अंतराल में संक्रमण के 63,371 नए मामले सामने आए थे।
आँकड़ों में कहा गया है कि अब तक इस बीमारी से ठीक होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 1,12,95,023 हो गई है, जबकि संक्रमण से मृत्यु दर घटकर 1.35 फीसदी तक रह गई है।
भारत में कोविड-19 मामलों की संख्या सात अगस्त को 20 लाख के आंकड़े को पार कर गई थी, यह संख्या 23 अगस्त को 30 लाख, पांच सितंबर को 40 लाख और 16 सितंबर को 50 लाख के आंकड़ा को पार कर गई थी।
यह 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवंबर को 90 लाख और 19 दिसंबर को एक करोड़ के आंकड़े को पार कर गई थी।
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार, 26 मार्च तक देशभर में 23,97,69,553 नमूनों की जांच की जा चुकी है, शुक्रवार को 11,64,915 नमूनों की जांच हुई है। देश में हुई 291 नई मौतों में 112 मौतें महाराष्ट्र में हुई हैं, जबकि पंजाब में 59, छत्तीसगढ़ में 22, केरल में 14 और कर्नाटक में 13 मौतें हुई हैं।
देश में संक्रमण से अब तक कुल 1,61,240 मौतें हुई हैं, जिनमें महाराष्ट्र में 53,907, तमिलनाडु में 12,650, कर्नाटक में 12,484, दिल्ली में 10,987, पश्चिम बंगाल में 10,320, उत्तर प्रदेश में 8,779 , आंध्र प्रदेश में 7,203 और पंजाब में 6,576 मौतें हुई हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं।