मध्यप्रदेश— चिंतित किसान, कहीं आंधी के साथ बारिश, तो कहीं ओले गिरे
भोपाल। प्रदेश में दो दिन से मौसम में आए परिवर्तन ने किसानों को चिंतित कर रखा है। गुरुवार से अधिकांश क्षेत्रों में बादल छाए हैं और कई स्थानों पर आंधी के साथ बारिश तो कहीं ओले गिर रहे हैं। इससे कई जिलों में फसलों को नुकसान हो रहा है, जिससे किसान चिंतित हैं।
मौसम विभाग के अनुसार इस तरह का मौसम शनिवार दोपहर तक बना रहेगा। इस दौरान विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, गुना, अशोकनगर में बारिश के साथ ओले भी गिर सकते हैं। शनिवार शाम से मौसम साफ होने के भी आसार हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार को सुबह साढ़े आठ से शाम साढ़े पांच बजे तक शाजापुर में पांच, जबलपुर में 3.4, ग्वालियर में 1.1, खरगोन, दमोह में एक, इंदौर में 0.2 मिलीमीटर बरसात हुई। भोपाल, राजगढ़, गुना, सागर, नौगांव, छिंदवाड़ा में बूंदाबांदी हुई। बादल छाए रहने के साथ ही तेज हवा चलने और बारिश के कारण प्रदेश में अधिकतम तापमान में काफी गिरावट दर्ज की गई है।
बताया गया है कि पश्चिमी विक्षोभ अभी भी पाकिस्तान और उसके आसपास बना हुआ है। उसके प्रभाव से उत्तरी राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बना हुआ है। इस सिस्टम के कारण बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से नमी मिल रही है। इससे लगभग पूरे प्रदेश में बादल छाए हैं। साथ ही तेज रफ्तार (अधिकतम 40 किलोमीटर प्रति घंटा) से हवा चल रही है। गरज-चमक के साथ बौछारें भी पड़ रही हैं।
शनिवार को भी मौसम का मिजाज इसी तरह बना रह सकता है। इस दौरान भोपाल संभाग के जिलों में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। कहीं-कहीं ओले गिरने के साथ बिजली गिरने की भी आशंका है। शनिवार शाम से मौसम कुछ साफ होने की संभावना है, लेकिन एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ के असर से 18 मार्च से प्रदेश में फिर गरज-चमक के साथ बारिश होने के आसार हैं।