मध्यप्रदेश— बन रहा है जनता से फीड बैक लेने का मैकेनिज्म— मुख्यमंत्री
भोपाल। नगरीय निकायों और त्रि— स्तरीय पंचायत चुनाव से पहले प्रदेश में कुछ बदलाव आ सकता है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के सभी कलेक्टर, कमिश्नर, आईजी, डीआईजी और पुलिस अधीक्षकों के साथ चर्चा के दौरान ऐसे संकेत दिए हैं। उन्होने कहा कि मैंने एक और प्रयोग करने का फैसला किया है। कई जगह से गड़बड़ की शिकायतें भी आ रही हैं। जनता से फीड बैक लेने का मैकेनिज्म बन रहा है। अलग-अलग तरीकों से जनता से फीड बैक लेंगे, कहीं गड़बड़ की शिकायत आई तो हम उसे छोड़ेंगे नहीं। जो अच्छा काम करेंगे उनकी सार्वजनिक रूप से प्रशंसा की जाएगी। अच्छे कार्य की प्रतिस्पर्धा हो, सुशासन देना ही हमारा मूल उद्देश्य है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि माफियाओं के खिलाफ जो हमने अभियान चलाया है इसका बहुत सकारात्मक परिणाम मिला है। जिन्हें बरसों से न्याय नहीं मिला था वे गदगद हैं। भू-माफिया भागते फिर रहे हैं और जमीन पर लोगों को कब्जे मिल रहे हैं। मैं इंदौर के जिला प्रशासन की प्रशंसा करता हूं। हर माह हम बेहतर परफॉर्म करने वाला सर्वश्रेष्ठ जिला ओवरऑल छांटेगे। केवल एजेंडा हमारा काम नहीं है, एजेंडे के अलावा बहुत-सी चीजे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आप शासन के प्रतिनिधि मतलब सीएम के प्रतिनिधि। काम और बेहतर कैसे हो उस पर हमें काम करना है। स्वच्छता के मामले में मप्र को नंबर वन रहना है। स्वच्छता के मामले में इंदौर हमारे लिए प्रकाश स्तंभ है। हम अपने शहर को कैसे स्वच्छ रखें। जिले में कोई एक ऐसा स्थान तय किया जा सकता है। जहां विशेष अवसर पर नागरिक पेड़ लगाएं। बड़ी तादाद में पर्यावरण बचाने का काम अपने आप होता रहे। 12 मार्च को ‘मिशन नगरोदय’ कार्यक्रम है। इसमें हितग्राहियों को लाभ दिया जा रहा है। गरिमामय जलाभिषेक अभियान चलाना है। जल अभियान परिषद के साथ मिलकर मनरेगा की राशि से कैसे अधिकतम जल संरचनाये खड़ी की जा सकती हैं उस पर काम करना है।