मध्यप्रदेश— छिंदवाडा में पहले समाज से निकाला और बाद में पति-पत्नी का कर दिया मुंडन
छिंदवाड़ा। समाज की पंचायतों द्वारा कुरीतियों को आधार बनाकर महिलाओं के साथ मनमाने व्यवहार के मामले सामने आते रहते हैं। जिले के दमुआ थाना क्षेत्र में एक ऐसा मामला प्रकाश में आया है, जिसमें महिला के चरित्र पर संदेह कर समाज के ठेकेदारों ने पहले महिला और उसके पति को समाज से बाहर कर दिया। बाद में इन्होने पति-पत्नी का मुंडन भी कर दिया।
पीडि़त पति के अनुसार वे मजदूरी कर अपना व दो बच्चों का पालन पोषण करते हैं। पत्नी पर चरित्र संबंधी आरोप और सामाजिक रीति-रिवाज का हवाला देकर पहले उन्हें समाज से निकाला गया। आर्थिक रूप से कमजोर होने के बाद भी जैसे-तैसे रुपयों की व्यवस्था कर समाज के सदस्यों को बकरा-रोटी देकर जात मिलौनी कराया था। इसके बाद समाज के मुखियाओं ने पहले मेरा मुंडन किया और पत्नी का मुंडन न करने पर 50 हजार 51 रुपए की शर्त रख दी। शर्त पूरी न करने पर उन्होंने मिलकर पत्नी का भी मुंडन कर दिया।
महिला ने अपने साथ हुए कृत्य की शिकायत थाने में की है। शिकायत पर पुलिस ने चार आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज किया है। पीडि़ता ने पुलिस को बताया कि वह मजदूरी करने छिंदवाड़ा गई थी। लगभग दो से तीन माह मजदूरी कर गांव लौटी तो समाज के मुखियाओं ने चरित्र पर संदेह जाहिर करते हुए परिवार को समाज से निकाल दिया। समाज के सदस्यों के सामने इस अपमान से आहत पीडि़ता की शिकायत पर पुलिस ने नांझीलाल, झनकलाल, अनकलाल और सुमरलाल के खिलाफ धारा 294, 506, 355, 34 के तहत मामला दर्ज किया है।
महिला हेल्पलाइन से मांगी सहायता
पीडि़ता के मुताबिक जात मिलौनी के कार्यक्रम में समाज के कई लोग शामिल हुए थे। उसी कार्यक्रम में समाज के सदस्यों के सामने अपमान होने पर उसने हेल्पलाइन नंबर 1090 डायल कर सहायता मांगी। इसकी सूचना मिलने पर गांव पहुंची पुलिस ने उसकी शिकायत के आधार पर कार्रवाई की। इस संबंध में जुन्नारदेव एसडीओपी एसके सिंह का कहना है कि महिला की शिकायत पर त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है। चारों आरोपियों को राउंडअप कर लिया गया है।