मध्यप्रदेश— 17 राज्यों के छात्रों से मेडिकल कॉलेज में एडमिशन के नाम पर एक करोड की ठगी

भोपाल। साइबर क्राइम पुलिस ने मेडिकल कॉलेज में एडमिशन दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का खुलासा किया है। इस गिरोह ने देश के 17 राज्यों में 172 छात्रों को ठगा है। नेटवर्क में शामिल लोगों ने वेबसाइट के जरिए 1 करोड़ रुपये की ठगी है।

पुलिस से मिली जानकारी से पता चलता है कि लॉकडाउन के दौरान एमटेक गोल्ड मेडलिस्ट ने ठगी का यह प्लान बनाया था। उसने इसके लिए नीट काउंसलिंग के नाम से एक वेबसाइट डिजाइन करवाई थी। करीब 5 महीने पहले उसने इंदौर से ठगी का काम शुरू कर दिया। अवैध वेबसाइट्स पर जो छात्र विजिट करते, उनका वह डेटा हासिल करता था। उसके बाद छात्रों को ब्लक में मैसेज और ईमेल भेजता था। छात्रों को इस वेबसाइट से जुड़े लोग मेडिकल कॉलेज में एडमिशन के लिए प्रलोभन देते थे। उनसे बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर करवाया जाता था। भोपाल के एक छात्र की शिकायत पर पुलिस ने मुख्य आरोपी को पुणे से गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही उसके 2 सहयोगियों को इंदौर से पकड़ा है।

पकड़े गए आरोपियों के पास पुलिस ने 15 कंप्यूटर, 12 लैपटॉप, 27 मोबाइल फोन, 13 एटीएम समेत अन्य दस्तावेज जप्त किए हैं। साइबर सेल के एएसपी अंकित जायसवाल ने बताया कि भोपाल निवासी छात्र गौरव की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया था। आरोपियों ने एडमिशन के नाम पर गौरव से 50 हजार रुपये दो बैंक खातों में डलवाए थे। पुलिस ने पुणे से अरविंद कुमार उर्फ आनंद राव को पुणे से गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही राकेश पवार और एक महिला आरोपी को इंदौर से पकड़ा है।

17 राज्यों में ठगी
मध्यप्रदेश के 26 छात्र ठगी के शिकार हुए हैं। इसके साथ ही बिहार, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, महाराष्ट्र, कर्नाटका, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, दिल्ली और तेलंगाना के छात्र भी एडमिशन के नाम पर ठगी के शिकार हुए हैं। इस गिरोह के लोगों ने कुल 172 छात्रों से ठगी की है। आरोपी अंरविद हैदराबाद के उस्मानिया यूनिवर्सिटी से एमटेक है। यह कॉलेज में खाली सीट औक कटऑफ की जानकारी देने के लिए छात्रों से 5 हजार रुपये लेता था। कॉलेज में एडमिशन फॉर्म भरवाने के लिए 25 हजार रुपये लेता था। दाखिला के लिए 50 हजार रुपये लेता था।

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