मध्यप्रदेश— इसलिए असफल रहती हैं पेयजल योजनाएं जामगढ में जल जीवन मिशन की नल जल योजना की पडताल
—शुभ चौपाल संवाददाता—
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रायसेन। मध्यप्रदेश के रायसेन जिले में कागजों पर भले ही पेयजल योजनाएं अच्छी तरह संचालित हो रही हों, लेकिन वास्तविकता इसके विपरीत है। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग और ठेकेदारों की मिलीभगत से गांवों के लोग पेयजल के लिए परेशान होते रहते हैं और आंकडे इन गांवों में भरपूर पेयजल बताते रहते हैं। कई गांवों की ग्राम पंचायतें भी इस झूठ को सही प्रमाणित कर रही होती हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गांवों के प्रत्येक घर में शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने की महत्वाकांक्षी और महत्वपूर्ण योजना निर्माणकाल में ही इनकी असफलता की घोषणा करती दिख रही हैं। बाडी विकासखंड के ग्राम जामगढ में चल रही नल जल योजना के अब तक के काम की ‘शुभ चौपाल’ द्वारा की गई पडताल में यह बात सामने आई है।
किया यातायात बाधित
यह तय था कि पूरे गांव में नल जल योजना का काम एकसाथ नहीं हो सकता। इसके बाद भी ठेकेदार ने गांव की सभी सडकें खोद डालीं। एक महीने से ज्यादा समय से गांव में यातायात बाधित हो रहा है।
पेयजल से वंचित
पेयजल जीवन के अधिकार से जुडा हुआ है और किसी को इससे वंचित नहीं किया जा सकता। इसके बाद भी यहां एक महीने से भी अधिक समय पहले प्रचलित जल प्रदाय व्यवस्था ध्वस्त कर दी गई और ग्रामीणों के लिए पेयजल की कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई।
अमानक सामग्री
ग्राम जामगढ में इससे पहले दो पेयजल योजनाओं पर लाखों रुपए खर्च किए जा चुके हैं। इसके बाद भी गांव के अधिकांश लोग पेयजल की सार्वजनिक व्यवस्था से वंचित हैं। इस नल जल योजना में भी निर्धारित मानकों की सामग्री का उपयोग नहीं किया जा रहा। पुरानी योजनाओं के क्षतिग्रस्त पाइप उपयोग में लाए जा रहे हैं, जिससे शुद्ध पेयजल मिलना सपना ही बना रहेगा।
तकनीकी मापदंडों का पालन नहीं
प्रदेश में नल जल योजनाओं के रूपांकन के मापदंडों के संबंध में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के प्रमुख अभियंता ने परिपत्रों के माध्यम से विस्तार से निर्देश दिए हैं। यहां तकनीकी मापदंडों का ध्यान नहीं रखा जा रहा। पाइप लाइन की गहराई के स्तर से लेकर मोटी— पतली पाइप लाइन बिछाने तक मनमर्जी दिख रही है। गांव में पथरीली जमीन होने के कारण पीवीसी की पाइप लाइन के आसपास बजरी से भराव होना था। इससे हटकर पत्थरों और सडक की कंक्रीट के मलबे से भराव किया गया है, जिससे वाहनों के दबाब में पाइप लाइन शीघ्र क्षतिग्रस्त हो जाएगी।
गांव के लोग चोर और झूठे
दो पेयजल योजनाओं का हश्र भुगत रहे गांव के लोगों ने इस योजना की गडबडियों के संबंध में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों और ठेकेदार को अवगत कराया। इस पर गांव के लोगों को चोर और झूठी शिकायतें करने वाले कहा गया।
—शुभ चौपाल—
वर्ष—3, अंक—28