होशंगाबाद होगा नर्मदापुरम्

होशंगाबाद। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने होशंगाबाद का नाम बदलकर नर्मदापुरम् करने की घोषण की है। नर्मदा जयंती के अवसर पर अमरकंटक पहुंचे शिवराज ने कहा कि उन्होंने होशंगाबाद संभाग का नाम पहले ही नर्मदापुरम् कर दिया था। अब से होशंगाबाद शहर भी नर्मदापुरम् नाम से जाना जाएगा।

राजधानी भोपाल से करीब 80 किलोमीटर दूर स्थित होशंगाबाद का नाम बदलने की मांग लंबे समय से हो रही थी। कुछ महीने पहले मध्य प्रदेश विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने फिर से यह मांग की थी। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा और भोपाल की सांसद प्रज्ञा ठाकुर भी इसका समर्थन कर चुके हैं।

माना जाता है कि होशंगाबाद नाम होशंगशाह गौरी के नाम पर रखा गया था। बीजेपी नेताओं ने कहा था कि होशंगशाह गौरी लुटेरा था। उसके नाम को इस शहर पर थोपा गया है, इसलिए इसे बदला जाना चाहिए। इतिहास के मुताबिक होशंगाबाद का पुराना नाम नर्मदापुर था। 15वीं शताब्दी में मुगल शासक होशंगशाह गौरी मांडू होता हुआ यहां आया। उसके राज के दौरान ही इस जगह का नाम होशंगाबाद पड़ गया। इससे पहले होशंगाबाद को नर्मदापुर नाम से ही जाना जाता था।

इससे पहले नर्मदा जयंती पर अमरकंटक पहुंचे सीएम शिवराज ने कहा कि प्रदेश की समृद्धि मां नर्मदा की कृपा से ही है। नर्मदा का पवित्र जल लोगों की प्यास तो बुझाता ही है, खेतों की सिंचाई में भी इसी का पानी इस्तेमाल होता है जो किसानों को समृद्ध बनाता है। मुख्यमंत्री ने पत्नी साधना के साथ नर्मदा के उद्गम स्थल पर पूजा की। उन्होंने शंभू धारा में रुद्राक्ष और साल का पौधा भी रोपा। मुख्यमंत्री ने नर्मदा जयंती के दिन से लगातार एक साल यानी अगली नर्मदा जयंती तक प्रतिदिन एक पौधा लगाने का संकल्प भी लिया।

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