जम्मू-कश्मीर— स्थिति के आकलन के लिए घाटी पहुंचे यूरोपीय संघ के प्रतिनिधि
श्रीनगर। जम्मू कश्मीर का वर्ष 2019 में विशेष दर्जा हटाए जाने के बाद वहां स्थिति के आकलन के लिए यूरोपीय संघ के दूतों का एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को दो दिवसीय दौरे पर केंद्र शासित प्रदेश पहुंचा। अधिकारियों ने बताया कि 20 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच केंद्र शासित प्रदेश पहुंचा। यहां उनका पारंपरिक रूप से स्वागत किया गया।
विदेशी प्रतिनिधिमंडल बडगाम जिले के मगम ब्लॉक पहुंचा है, जहां उन्हें पंचायती राज और वहां लोगों की समस्याओं का हल कैसे किया जाता है उसके बारे में जानकारी दी जा रही है। उन्हें ये भी बताया जा रहा है कि कैसे पंचायत के लोग गांव के घर-घर जाकर लोगों की समस्याएं सुनते हैं। विदेशी प्रतिनिधिमंडल ने यहां कुछ स्थानीय लोगों से भी बात की।
बडगाम पहुंचे राजनयिकों में से फ्रांस और इटली के राजनयिकों ने स्थानीय लोगों से बातचीत की और उनका हाल जाना। बाद में अन्य राजनयिकों ने भी स्थानीय लोगों से बातचीत की। बडगाम जिले के डीडीसी चेयरमैन नजीर अहमद खान ने कहा कि हमें विदेशी प्रतिनिधिमंडल से बातचीत करने का अवसर मिला। हमने विकास योजनाओं, किए गए काम और होने वाले कार्यों के बारे में बातचीत की।
अधिकारियों ने बताया कि दो दिवसीय दौरे के दौरान यह प्रतिनिधि मंडल 5 अगस्त, 2019 को अनुच्छेद 370 की समाप्ति और राज्य का दर्जा समाप्त होने के बाद केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन द्वारा किए गए विकास कार्यों के बारे में जानकारी लेगा। प्रतिनिधिमंडल गुरूवार को जम्मू में उपराज्यपाल से भी मुलाकात करेगा। इस दल में राजनयिकों के अलावा विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि भी शामिल हैं।
प्रतिनिधिमंडल ने श्रीनगर के मेयर, डीडीसी अध्यक्षों के साथ बैठक की। इस दौरान घाटी के हालातों पर विस्तार से चर्चा हुई। इस दौरान जिला विकास परिषद के निर्वाचित प्रतिनिधियों ने चुनाव के बारे में दल को जानकारी दी। साथ ही सुरक्षित माहौल में संपन्न हुए चुनाव की प्रशंसा की। बताया कि इससे जमीनी स्तर पर लोकतंत्र मजबूत होगा। उन्होंने प्रतिनिधिमंडल से भारत में सहयोग बढ़ाने और जम्मू-कश्मीर के विकास में भाग लेने की अपील भी की।