मुजफ्फरनगर में किसान महापंचायत के बाद नरेश टिकैत बोले- जारी रहेगा किसान आंदोलन

मुजफ्फरनगर। दिल्ली हिंसा के बाद गाजीपुर बार्डर पर धरना दे रहे भाकियू के राष्‍ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने व धरनास्थल से न हटने की घोषणा के साथ ही भावुक होने के बाद भाकियू का रुख बदल गया है। गुरुवार को दिन में धरना खत्म कराने की बात कहने वाले भाकियू के राष्‍ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने आज मुजफ्फरनगर के जीआइसी मैदान में महापंचायत बुलाई।

महापंचायत में नरेश टिकैत ने कहा कि किसान के सम्मान को ठेस पहुंची है। 2002 में भी इसी प्रकार जन समूह आया था। जब किसान के मान सम्मान की बात आये, आप लोग सब भुलाकर आते हों। आप बधाई के पात्र हो। कुछ भी बात हुई आप लोग इज्जत बचा दो। कहा कि कल धरना उठाने की बात होनी थी, लेकिन भाजपा के एक विधायक की हरकत ने आंदोलन को नया रूप दे दिया है। राकेश टिकैत ने आपके आदोलन को संजीवनी दी है। कहा कि भाजपा के पासे उल्टे पड़ गए हैं। सारे आरोप फर्जी साबित हो रहे हैं। हम कत्ल कर सकते है, लेकिन लाल किले वाले आरोप वाले काम नहीं कर सकते। नरेश टिकैत ने कहा कि अजित सिंह को हराकर भूल हुई। हम भी दोषी हैं। इस परिवार ने हमेशा किसानों का साथ डियां। अब सफाई देने का कोई फायदा नहीं। आगे गलती मत करना। कहा कि ठाकुर भानु प्रताप सिंह, वीएम सिंह रपट गए। जो किसान हमारे साथ मरने जीने को तैयार है उसे किसके भरोसे छोड़ दें। भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि कभी इन पर विश्‍वास मत करना। जब भी किसान के मान सम्मान की बात आई है सबने एकजुटता का परिचय दिया है।

यहां पहुंचे कैराना के सपा विधायक नाह‍िद हसन ने क‍िसानों से गाजीपुर बार्डर चलने का आहवान किया। गठवाला खाप, लाटियान खाप समेत अन्य खाप चौधरी भी पहुंचे। आप के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने भारत माता की जय अन्य नारो के साथ संबोधन शुरू किया। कहा पूर्वी उत्तर प्रदेश का बेटा हूं.. दिल्ली और पूर्व का संदेश लेकर आया हूं। हम काले कानून वापस कराकर रहेंगे। अगर राकेश टिकैत की गिरफ्तारी हुई तो हम भी जेल भर देंगे। मैंने माइक तोड़ा तो तुमने मुझे निलंबित किया। तुम किसानों की हड्डियां तोड़ी तुम्हें निलंबित करना चाहिए।

पूर्व सांसद तथा राष्ट्रीय लोकदल के उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने गुलाम मोहम्मद जौला, नरेश टिकैत से गले मिलकर संबोधन शुरू किया। कहा, मेरा जी रो रहा है। चौधरी चरण सिंह और चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत भावुक थे। अब सब पुरानी बात को भूल जाओ। आप पहले चूके अब गलती मान लो। हमें आगे नहीं चूकना है। आज अस्तित्व की लड़ाई है। हमारा मुकाबला उन लोगों से है जो गलती नहीं मानते। 26 जनवरी हो गई आज तक गन्ने का भाव तय नहीं हुआ। पंचायत का फैसला होना चाहिए। मेरा सुझाव है कि आपको गांव साथ लेना होगा। महापंचायत में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हैं। महिलाओं ने रवाना होने से पहले सिसौली स्थित किसान भवन पर पहुंचकर बाबा महेंद्र सिंह टिकैत की समाधि पर पहुंचकर नमन किया। संकल्प लिया कि किसानों की इस लड़ाई में वह भी बराबर की भागीदार रहेंगी

चौधरी टिकैत ने कहा कि रात में गाजीपुर बार्डर पर कुछ भी होता है तो इसकी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी। बगैर जांच पूरी हुए यदि गिरफ्तारी की गई तो हालात बिगड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि कानून हाथ में नहीं लेते, लेकिन सरकार ऐसा करने को मजबूर कर रही है। पंचायत में रालोद के पूर्व विधायक राजपाल बालियान ने भी समर्थन का आश्वासन दिया।

Get real time updates directly on you device, subscribe now.