मध्यप्रदेश— इंदौर में बनाई गई कलेक्टर कार्यालय में हेल्प डेस्क
|
इंदौर। कलेक्टर कार्यालय में सामान्य सरकारी कामकाज के लिए आने वाली आम जनता की सहायता के लिए हेल्प डेस्क बनाई गई है। हेल्प डेस्क की जिम्मेदारी अब तहसीलदार, बाबू और पटवारी संभालेंगे। यह हेल्प डेस्क इसलिए बनाई गई है कि कलेक्टर कार्यालय के किसी भी विभाग में काम के लिए आने वाले लोगों को कोई परेशानी न हो और काम कराने के लिए किसी दलाल के चक्कर में न पड़ें।
इन्दौर में काम कराने के लिए दलालों के सक्रिय होने की बात सामने आई थी। बीते दिनों यहां के पलासिया क्षेत्र में बंशी ट्रेड सेंटर स्थित एमपी ऑनलाइन केंद्र में हाल ही में प्रशासन की टीम ने छापेमारी की थी। उस समय केंद्र के संचालक द्वारा राजस्व के कामों के लिए दलाली लेने का मामला सामने आया था। केंद्र से सरकारी कामकाज की कई फाइलें और एसडीएम और अन्य अधिकारियों के आदेश भी मिले थे। यह ऐसे आदेश थे जो आवेदक को मिलने से पहले ही यहां पहुंच गए थे। इस केंद्र द्वारा नगर निगम से नक्शे पास कराने, बिल्डिंग परमिशन और कलक्टर कार्यालय से जुड़े कई काम कराए जाते थे। इसमें अधिकारियों और बाबुओं से मिलीभगत के संकेत भी मिले थे। इस कार्रवाई के बाद ही कलक्टर ने आम जनता की सुविधा के लिए कलेक्टर कार्यालय में हेल्प डेस्क बनाई। एसडीएम और तहसीलदारों के लिए निर्देशित किया गया है कि वे दोपहर 3.30 बजे से शाम पांच बजे तक कार्यालय में ही बैठकर आवेदकों के प्रकरणों का निपटारा करें।