किसान आंदोलन— नहीं मान रहे किसान, सरकार का भी यही हाल

नई दिल्ली। नए कृषि कानूनों के विरोध में कड़ाके की सर्दी और शीतलहर के बीच दिल्‍ली की सीमाओं पर किसानों का आंदोलन आज 27वें दिन में प्रवेश कर चुका है। किसानों की सोमवार से प्रारंभ हुई क्रमिक भूख हड़ताल मंगलवार को भी जारी है। आंदोलन के चलते दिल्ली की कई सीमाएं और रास्ते बंद हैं। किसान अनी मांगों पर अडे हुए हैं तो सरकार का भी यही हाल है।

मंगलवार को कृषि भवन में कुछ किसान संगठनों ने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मुलाकात की। बाद में तोमर ने कहा कि उत्‍तर प्रदेश के कुछ किसान नेताओं ने मिलकर नए कानूनों को अपना समर्थन दिया है। तोमर ने दावा किया कि इन नेताओं ने कहा कि कानूनों में कोई संशोधन नहीं होना चाहिए। दूसरी तरफ, सिंघु बॉर्डर पर किसान नेता कुलवंत सिंह संधू ने कहा कि तीनों कानूनों को वापस लिया जाना प्रमुख मांग है, इससे समझौता नहीं होगा। किसान संगठनों ने गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्‍य अतिथि के रूप में भारत आ रहे ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के दौरे को रोकने की कोशिशें शुरू कर दी हैं।

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