राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ विचारक एमजी वैद्य का निधन
नागपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ विचारक और संगठन के पहले प्रवक्ता रहे माधव गोविंद वैद्य का शनिवार को नागपुर में निधन हो गया। एमजी वैद्य 97 साल के थे। उनके निधन पर शोक व्यक्त किया गया है।
उनके पोते विष्णु वैद्य ने बताया कि एमजी वैद्य का निधन शनिवार दोपहर 3.35 बजे नागपुर के एक प्राइवेट अस्पताल में हुआ। विष्णु वैद्य ने बताया कि उनको कोरोना वायरस का संक्रमण हुआ था, लेकिन वो संक्रमण से उबर गए थे। शनिवार दोपहर उन्होंने अंतिम सांस ली।
आरएसएस के वरिष्ठ विचारक रहे एमजी वैद्य ने महाराष्ट्र को तीन से चार हिस्सों में बांटने की वकालत की थी। उन्होंने कहा था कि क्षेत्रफल और जनसंख्या के लिहाज से देश के सबसे बड़े राज्यों में शुमार महाराष्ट्र को तीन से चार हिस्सों में बांटा जा सकता है। बता दें कि महाराष्ट्र 3,07,713 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। क्षेत्रफल के लिहाज से राजस्थान और मध्य प्रदेश के बाद यह तीसरा सबसे बड़ा राज्य है। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने संघ विचारक एमजी वैद्य के जन्मदिन पर उनका सम्मान करते हुए कहा था कि एमजी वैद्य ने आरएसएस के सम्मान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और अपने विचारों और बौद्धिक विचारों से संगठन का मार्गदर्शन किया। वैद्य का योगदान अधिक विशेष था क्योंकि यह ऐसे समय में आए जब आरएसएस संकट का सामना कर रहा था। वैद्य आरएसएस के प्रमुख पदाधिकारियों में से एक थे जिन्होंने राष्ट्रवाद और हिंदुत्व के विचारों के साथ संगठन को आगे बढ़ाया। भागवत ने कहा था कि हमें वैद्य से विचारों की विरासत मिली है।