सोनिया गांधी ने कहा- हम बड़े की परिवार की तरह, पार्टी की मजबूती के लिए काम करें

नई दिल्‍ली। कांग्रेस पार्टी की अंतरिम अध्‍यक्ष सोनिया गांधी के 10 जनपथ स्‍थित आवास पर शनिवार को पार्टी के वरिष्‍ठ नेताओं के साथ बैठक की। असम और केरल के विधानसभा चुनावों के मद्देनजर क्रांग्रेस ने अहम फैसला लिया। इसके तहत केरल और असम में तीन-तीन सचिवों की नियुक्‍ति की गई है जो राज्‍यों के प्रभारी महासचिवों के कामों में सहयोग करेंगे। पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने यह जानकारी देते हुए बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इनकी तत्काल प्रभाव से नियुक्ति की है।

कांग्रेस ने विधायक अनिरुद्ध सिंह, विकास उपाध्‍याय और पृथ्‍वीराज प्रभाकर साठे को असम में एआईसीसी सेक्रेटरी के तौर पर नियुक्‍त किया है। इसके अलावा केरल में कांग्रेस सचिव के तौर पर पूर्व सांसद पी विश्‍वनाथ, पूर्व एमएलसी आइवैन डीसूजा और पी.वी मोहन को नियुक्‍त किया है। ये राज्‍यों के आम सचिवों को सहयोग करेंगे।

कांग्रेस नेता और महाराष्‍ट्र के पूर्व मुख्‍यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि हमने पार्टी के भविष्य पर चर्चा की। यह एक रचनात्मक बैठक थी जिसमें सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी सहित वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी की वर्तमान स्थिति और इसे मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की।

बैठक के बाद कांग्रेस नेता पवन बंसल ने कहा कि कांग्रेस में कोई असंतोष नहीं है, सभी एकजुट होकर पार्टी को सक्रिय करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। सोनिया गांधी ने कहा कि हम सभी एक बड़े परिवार की तरह हैं और पार्टी को मजबूत करने के लिए काम करना चाहिए।

अध्‍यक्ष के साथ बैठक में अशोक गहलोत , गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा, बीएस हूडा , अंबिका सोनी, पी चिदंबरम समेत कई अन्‍य वरिष्‍ठ नेता शामिल हुए। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा भी इसमें शामिल हुईं। इसके अलावा आज बैठक में पार्टी के वो नेता भी मौजूद रहे जिन्होंने चार माह पहले सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पार्टी नेतृत्व पर सवाल उठाया था।

इस बैठक को लेकर संभावना जताई गई कि किसान आंदोलन के बीच बुलाई गई इस बैठक का मकसद राजनीतिक हालात को लेकर रणनीति बनाना भी है। सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस के नए अध्यक्ष के चुनाव की तारीख का ऐलान अभी नहीं हुआ है और इसके पहले सोनिया गांधी चुनाव में उठापटक और विद्रोह जैसे हालात को रोकने के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक कर रहीं हैं। साथ ही इस बात की भी संभावना जताई गई है कि इन बैठकों में सरकार को घेरने के मसले पर भी मंत्रणा होगी।

उल्‍लेखनीय है कि कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव अगले वर्ष जनवरी के आखिर में प्रस्तावित है। रणदीप सुरजेवाला व अन्‍य पार्टी नेताओं के बयानों से यह स्‍पष्‍ट संकेत मिल रहा है कि राहुल गांधी के हाथों में ही दोबारा कांग्रेस की कमान सौंपी जा सकती है। वैसे देखना यह होगा कि असंतुष्ट गुट के नेता गांधी परिवार से अध्‍यक्ष चुने जाने के मसले पर क्‍या रुख अख्तियार करते हैं। सूत्रों ने बताया कि पार्टी चुनाव प्राधिकरण के प्रमुख मधुसूदन मिस्त्री संगठन चुनाव में मतदान करने वाले एआइसीसी सदस्यों का डाटा बेस और पहचानपत्र लगभग तैयार कर चुके हैं।

Get real time updates directly on you device, subscribe now.