सोमवती अमावस्या पर सूर्य ग्रहण और बन रहा अनूठा पंचग्रही योग
भोपाल। 14 दिसंबर सोमवार को मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की अंतिम तिथि अमावस होने से सोमवती अमावस्या है। वर्ष 2020 की अंतिम अमावस्या को साल का अंतिम पूर्ण सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा और न ही इसका सूतक लगेगा। 57 साल बाद पंच ग्रह युति योग में सोमवती अमावस्या का संयोग भी बन रहा है। वृश्चिक राशि में सूर्य चंद्र बुध शुक्र केतु की युति रहेगी इसी युति का वृश्चिक राशि के स्वामी मंगल से नवम पंचम दृष्टि संबंध भी बनेगा। सन 1963 में पंचांग के पांच अंग जैसे थे, वैसे ही 2020 में अमावस्या तिथि पर हैं । जिसमें अमावस्या तिथि जेष्ठा नक्षत्र शूल योग चतुष्पाद करण वृश्चिक राशि का चंद्रमा पांच अंकों के साथ पंच ग्रही योग विशेष प्रबलता लिए हुए हैं। कूटनीतिक क्षेत्रों में इसका प्रभाव देखने को मिलेगा और भारतीय विदेशी नीति अधिक प्रभावी होगी।