मध्यप्रदेश— उच्च न्यायालय की न्यायाधीश न्यायमूर्ति वंदना कासरेकर का निधन
इंदौर। मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ में पदस्थ न्यायमूर्ति वंदना कसेरकर का रविवार सुबह कोविड-19 के कारण निधन हो गया है। वे 60 साल की थीं। उनका दिल्ली के मेदांता अस्पताल में इलाज चल रहा था। वह देश की दूसरी हाईकोर्ट जज हैं, जिनका कोरोना से निधन हुआ है। पिछले हफ्ते गुजरात हाईकोर्ट के न्यायाधीश जीआर उधवानी का भी महामारी की चपेट में आने से निधन हो गया था।
न्यायमूर्ति कसेरकर का जन्म 10 जुलाई 1960 को हुआ था। वह 25 अक्तूबर 2014 को मप्र उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ की न्यायाधीश नियुक्त हुई थीं। उनके निधन पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने श्रद्धांजलि दी है। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘माननीय न्यायमूर्ति वंदना कसरेकर के निधन का दुःखद समाचार मिला है। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि वे दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और उनके परिजनों को इस वज्रपात को सहने की क्षमता दें। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं।’वरिष्ठ अधिवक्ता विवेक तन्खा ने अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, “42 साल पहले हमने 13 दिसंबर को जस्टिस आरके तन्खा जैसा एक अद्भुत इंसान खो दिया था। आज एमपी हाईकोर्ट ने एक और अद्भुत शख्सियत को खोया।”