मध्यप्रदेश— भारत बंद की प्रदेश में अभी तक यह स्थिति
भोपाल। मध्य प्रदेश में भारत बंद का मिलजुला असर दिख रहा है। कुछ अनाज और सब्जी मंडियों में कारोबार बंद है तो सामान्य जनजीवन भी इसके असर से अछूता नहीं दिखाई दे रहा।
इंदौर में छावनी अनाज मंडी में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह पहुंचे और हम्मालों और किसानों से बात की। इस दौरान मंडी में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा। सुबह चोइथराम सब्जी मंडी में बहुत कम माल पहुंचा। ग्वालियर में बंद का मिला जुटा असर देखने को मिला, लक्ष्मीगंज अनाज मंडी के व्यापारियों ने लिखकर दे दिया कि कोई अप्रिय घटना ना हो जाए इसलिए दुकानें नहीं खोलेगे। लक्ष्मीगंज सब्जी मंडी रोजाना की तरह खुली थी और दोपहर बारह बजे तक बंद हुई। दिनारपुर अनाज मंडी मे आज अवकाश है। छिंदवाड़ा में हम्मालों ने बंद का समर्थन करते हुए काम बंद रखा है। सीमावर्ती जिलों में जांच के साथ ही किसान नेताओं पर नजर रखी जा रही है। भोपाल, इंदौर, जबलपुर, मंदसौर, रतलाम और ग्वालियर में विशेष इंतजाम किए गए हैं। प्रदेश में पेट्रोल पंप खुले रहेंगे। दूध और दवा की आपूर्ति में भी कोई बाधा नहीं आने दी जाएगी। रायसेन सहित कुछ मंडियों में बंद के कारण धान की खरीदी नहीं हुई।
डिंडौरी जिले में बंद का मिलाजुला असर, जनपद मुख्यालयों में पूरी तरीके से दुकानें खुली हुई हैं। जिला मुख्यालय में कुछ दुकानें बंद हैं, जबकि कई दुकानें यहां भी खुली हुई है। कांग्रेस द्वारा लोगों को दुकान बंद करने की अपील की जा रही है। बालाघाट में किसान आंदोलन के समर्थन में कांग्रेसी सड़क पर नजर आए। हर रोज की तरह सब्जी बाजार में चहल-पहल नजर आई, यात्री स्थानों पड़ भी भीड़ नजर आई। शहर में जहां-तहां लोग दुकान भी खोलते नजर आए। वहीं दूसरी तरफ किसान आंदोलन के समर्थन में जिला कांग्रेस कमेटी के नेतृत्व में सैकड़ा भर कांग्रेसी रैली निकालकर बाजार बंद कराने सामुहिक रूप से आव्हान करते नजर आए। सुबह से ही बाजार में दुकानें खुलने का शहर में सिलसिला शुरू हो गया, लेकिन बंद के बीच बाजार खुलने से नाराज कांग्रेसी सड़क पर उतरकर दुकानें बंद कराते रहे,जबरिया बंद कराने से विवाद को ध्यान रखते हुए, चप्पे चप्पे पर पुलिस तैनात रही। रायसेन में किसान संगठनों ने मंगलवार को भारत बंद का आव्हान किया है। इस कारण यहां आज धान की खरीदी शुरू नहीं हुई है। धान की खरीदी नहीं होने के कारण दशहरा मैदान में ट्रॉलियों की कतार लगी हुई है। किसान संगठनों के आंदोलन को कांग्रेस ने समर्थन किया है। जिला कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र पटेल का कहना है कि केंद्र ने जो नए कृषि कानून बनाए हैं उनसे किसानों का शोषण होगा। इसलिए किसान आंदोलित हैं। बाजार में अभी सभी दुकान बंद हैं।
भारत बंद के समर्थन में उज्जैन में दुकानें बंद कराने निकले कांग्रेस नेताओं और पुलिस के बीच बहस हो गई। मंगलवार को सुबह सुबह ही कांग्रेस नेता टोली बनाकर देवासगेट आदि इलाकों में दुकानें बंद कराने निकले थे, मगर मौके पर तैनात पुलिस अधिकारियों ने चेतावनी दी कि अगर जबरदस्ती दुकान बंद कराई तो गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इसके बाद कांग्रेस नेता गोपाल मंदिर क्षेत्र में गए, यहां भी पुलिस फोर्स तैनात था। यह देख नेताओं ने मौजूद अधिकारियों को ज्ञापन दिया और कार्यालय लौट आए। इधर ग्रामीण क्षेत्रों से कुछ किसानों के शहर आने की सूचना पर मुख्य मार्गों पर फोर्स तैनात किया गया है। बंद के आह्वान के बीच कारोबारियों ने स्पष्ट किया है कि वे अपनी दुकानें खुली रखेंगे। वहीं कांग्रेस नेताओं का कहना था कि वह टोली बनाकर दुकानें बंद रखने की अपील व्यापारियों से करेंगे।
भारत बंद को लेकर इटारसी में बाजार में मिला जुला माहौल बना हुआ है। किसानों के प्रदर्शन को लेकर बाजार में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। बंद को लेकर व्यापारिक संगठनों ने भी अपनी दुकानें बंद रखी हैं। भारतीय किसान संघ ने इस बन्द से खुद को अलग रखा है, जबकि राष्ट्रीय किसान संघ, किसान मजदूर किसान संघठन एवं कांग्रेस ने बंद को समर्थन दिया है। बंद को लेकर सुबह से जयस्तंभ चौक पर पुलिस बल तैनात है। किसानों द्वारा एक रैली एवं कांग्रेस ने दोपहर 12 बजे प्रदर्शन की जानकारी दी है। बाजार बंद को लेकर व्यापारी भी बाजार के हालात पर नजर रखे हुए हैं। मंगलवार को किसान आंदोलन के कारण कृषि उपज मंडी भी बंद रखी गई है। पुलिस ने बंद के दौरान किसी भी तरह के उपद्रव को लेकर व्यापक इंतजाम किए हैं। जिला पुलिस बल से अतिरिक्त बल बुलाया गया है। पुलिस की खुफिया एजेंसियां भी किसानों की गतिविधियों पर नजर रखे हुए हैं।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
– 24 कंपनियां सशस्त्र बल की तैनात
– 4000 होमगार्ड की ड्यूटी लगाई गई है
– 800 प्रशिक्षित सिपाही डटे रहेंगें
विदिशा में सुबह के समय पूरी तरह बाजार में सन्नाटा पसरा रहा। किसान नेता सहित कांग्रेस पार्टी के प्रतिनिधि वाहनों से घूम कर बाजार का जायजा लेते रहे। सुरक्षात्मक दृष्टि से शहर के चौक- चौराहों पर पुलिस तैनात की गई है। 4 संगठनों ने बंद का आह्वान किया था। जिनमें मकोडिया बांध निर्माण संघर्ष समिति, किसान जागृति संगठन, किसान शक्ति संगठन और राष्ट्रीय किसान महापंचायत संगठन शामिल थे। तड़के से ही इन संगठनों के प्रतिनिधि अलग-अलग गु्पों में दो पहिया वाहनों पर सवार होकर शहर में निकले और जहां जहां चाय की होटल गुमठियां आदि खुली थी हाथ जोड़कर बंद कराई गई। हालांकि कुछ जगह भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता दुकान खोलने के लिए आग्रह करते भी दिखाई दिए। मकोडिया बांध निर्माण संघर्ष समिति के नेता आनंद प्रताप सिंह ने बताया कि कुछ जगह भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता अपनी चाय की दुकान खोले मिले, जिनका उन्होंने फूल माला पहनाकर स्वागत किया।
मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री डॉ. विजय लक्ष्मी साधो ने खरगोन में प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मोदी ने बाल बड़े करके रविंद्र नाथ टैगोर का वेश धारण किया है क्योंकि बंगाल में चुनाव होना है। उन्होंने किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए कहा कि किसानों से करोड़ों रुपये की बीमा प्रीमियम ली जाती है परंतु बदले में उन्हें नाम मात्र के रुपए दिए जाते हैं। उन्होंने उनकी विधानसभा महेश्वर का जिक्र करते हुए कहा कि किसानों से लाखों रुपए की बीमारी में ली गई और 300 रुपये तक बीमा राशि मिली।