प्रधानमंत्री मोदी नोबेल पुरस्कार के दावेदार: सामने आया यह वीडियो
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नई दिल्ली। नॉर्वे की नोबल कमेटी के डिप्टी लीडर एस्ले टोजे का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नोबेल पुरस्कार का मज़बूत दावेदार बताने वाले समाचार को लेकर एक वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में एस्ले टोजे एक ख़बर को फ़र्ज़ी बताते हुए दिख रहे हैं। टोजे का कहना है कि उन्होंने ऐसा कोई बयान नहीं दिया। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ये वीडियो डालते हुए लिखा है, ”नॉर्वे के नामी अकादमिक एस्ले टोजे भारत के दौरे पर हैं. मैं इस बात से थोड़ा उलझन में था कि उन्होंने कहा है कि पीएम मोदी नोबेल शांति पुरस्कार के मज़बूत दावेदार हैं। डॉक्टर टोजे ने इसे पूरी तरह ख़ारिज कर दिया है।”
इस वीडियो में एस्ले टोजे समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते दिख रहे हैं। वह कह रहे हैं, ”मैं भारत में नोर्वे नोबेल कमिटी के डिप्टी लीडर के तौर पर नहीं आया हूं। मैं यहां इंटरनेशनल पीस और अंडरस्टेंडिंग के डायरेक्टर और इंडिया सेंटर फ़ाउंडेशन के दोस्त के तौर पर यहां हूं।”
”मैं भारत में राजनीतिक और विकास को लेकर बात करने के लिए आया हूं. एक फ़र्ज़ी ट्वीट चल रहा है जिसे फ़र्ज़ी ख़बर ही मानना चाहिए। हमें इस पर ऊर्जा और समय नष्ट नहीं करना चाहिए। मैं साफ़तौर पर इसे ख़ारिज करता हूं कि उस ट्वीट में जो है मैंने उससे जुड़ा कुछ नहीं कहा।”
मोदी के बयान की प्रशंसा
एस्ले टोजे ने यूक्रेन-रूस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस बयान की प्रशंसा की जिसमें उन्होंने रूसी राष्ट्रपति से कहा था कि ”ये युद्ध का समय नहीं है।”
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार एस्ले टोजे ने कहा था, ”पीएम मोदी का ये बयान उम्मीद की किरण है। भारत ने ये संकेत दिए हैं कि आज के समय में हमें विवादों को ऐसे नहीं सुलझाना चाहिए।”
”भारत चिल्लाकर नहीं बोलता और किसी को धमकी नहीं देता, वो दोस्ताना तरीक़े से अपनी बात रख देता है। भारत दुनिया की प्रमुख शक्तियों में से एक है।”
Asle Toje is a noted Norwegian academic visiting India. I was puzzled he had said that Mr. Modi was the strongest contender for the Nobel Peace Prize. Dr. Toje has categorically denied saying this. While his 'statement' was pumped by GodiMedia, his denial is being ignored. pic.twitter.com/J9o56eM0uU
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) March 16, 2023