किसान आंदोलन— 8 दिसंबर को देशव्यापी बंद, कांग्रेस का मिला समर्थन
नई दिल्ली। कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों का आंदोलन ग्यारहवें दिन भी जारी है। नौ दिसंबर को सरकार और किसानों के बीच फिर बातचीत होगी। हालांकि अभी तक बैठकों से कोई ठोस परिणाम सामने नहीं आए हैं। किसान संगठनों ने मंगलवार आठ दिसंबर को देशव्यापी बंद का आह्वान किया है। इस बीच कांग्रेस पार्टी ने भी बंद को अपना समर्थन दिया है।
किसान आंदोलन ने दिल्ली की यातायात व्यवस्था गडबडा दी है। सिंघु बॉर्डर किसानों के धरना-प्रदर्शन का केंद्र बना हुआ है। भारतीय कबड्डी टीम के पूर्व कप्तान मंगत सिंह ने यहां पर लंगर लगाया हुआ है। वह किसानों के समर्थन में आने वाले कई खिलाड़ियों में से एक हैं। उन्होंने बताया कि उनके पास करीब 50 टन खाना मौजूद है। सिने जगत की हस्तियों ने भी किसान आंदोलन का खुलकर साथ दिया है। सिंघु बॉर्डर पर रोज सितारे किसानों का साथ देने पहुंच रहे हैं। अब यहां पंजाबी पॉप गीतों की धुनें भी गूंज रही हैं। प्रदर्शन कर रहे युवा किसानों ने वक्त गुजारने के लिए इनका सहारा लिया है। ट्रैक्टर्स पर स्पीकर लगाए गए हैं। बब्बू मान, गगन वडाली, कंवर ग्रेवाल जैसे गायकों ने आंदोलन के आसपास गीत बुने हैं। शनिवार को सिंगर-ऐक्टर दिलजीत दोसांझ सिंघु बॉर्डर पहुंचे। दोसांझ ने कहा कि उन्होंने ऐसा केवल किस्से-कहानियों में सुना था, मगर यहां तो इतिहास फिर से लिखा जा रहा है। दिल्ली यूनिवर्सिटी के कई स्टूडेंट्स भी यहां पर किसानों के साथ बने हुए हैं।
इधर कांग्रेस पार्टी प्रवक्ता पवन खेरा ने कहा कि कांग्रेस ने आठ दिसबंर को भारत बंद को समर्थन देने का फैसला किया है। हम अपने पार्टी कार्यालयों पर बंद को लेकर प्रदर्शन करेंगे। यह किसानों को राहुल गांधी के समर्थन को मजबूत करने वाला कदम होगा। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि प्रदर्शन सफल हो। इससे पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने तीनों कृषि कानूनों के विरोध में किसानों के ‘दिल्ली चलो’ मार्च का समर्थन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा था। राहुल ने कहा था कि सरकार को किसानों की मांगें माननी होंगी और काले कानून को वापस लेना होगा। उन्होंने ट्वीट किया था कि प्रधानमंत्री को याद रखना चाहिए था कि जब-जब अहंकार सच्चाई से टकराता है, पराजित होता है। सच्चाई की लड़ाई लड़ रहे किसानों को दुनिया की कोई सरकार नहीं रोक सकती।