अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष का पूर्वानुमान— भारत और चीन की बदौलत होगा इस साल दुनिया का विकास
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वाशिंगटन। इस साल दुनिया का विकास मुख्यत: चीन और भारत की बदौलत होगा। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ़) के पूर्वानुमानो में यह बात कही गई है। मुख्य अर्थशास्त्री पियरे ओलिविएर गौरिनचास ने बताया है कि वैश्विक विकास में इन दोनों देशों की हिस्सेदारी क़रीब 50 फ़ीसदी की होगी। वहीं, अमेरिका और यूरोपीय संघ के देशों की वैश्विक विकास में हिस्सेदारी केवल 10 फ़ीसदी की ही होगी।
आईएमएफ़ ने अपने विकास पूर्वानुमानों में बताया है कि 2023 में दुनिया की विकास दर 2.9 फ़ीसदी रहेगी। इसके अनुसार, विकसित देशों की विकास दर 1.2 प्रतिशत और विकासशील देशों की विकास दर 4 प्रतिशत रहने का अनुमान है। साल 2023 में भारत की विकास दर 6.1 प्रतिशत और चीन की 5.2 प्रतिशत रहने का अनुमान है। साल 2024 में भारत और चीन की अर्थव्यवस्था क्रमश: 6.8 और 4.5 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अंदाज़ा लगाया गया है। आईएमएफ़ ने बताया है कि पिछले साल भारत और चीन की वृद्धि दर क्रमश: 6.8 और 3.0 प्रतिशत रही थी। आईएमएफ़ ने यह भी बताया है कि 2023 में तेज़ी से बढ़ती महंगाई और यूक्रेन युद्ध का आर्थिक गतिविधियों पर असर होने का अनुमान है। चीन में कोरोना पर नियंत्रण के लिए किए गए लॉकडाउन का 2022 में काफ़ी असर पड़ा, लेकिन अब मार्केट को खोलने से उम्मीद से बेहतर सुधार होने का अनुमान लगाया गया है।