सागर— राहतगढ में बडा हादसा, इतवारी टौरी में पसरा मातम
सागर। राहतगढ वाटर फॉल में मंगलवार की शाम हुए दर्दनाक हादसे में पांच लोगों की मौत के बाद यहां इतवारी टौरी की कुलियों में मातम पसरा है। शहर में इस हादसे को लेकर आज भी चर्चाएं चल रही है। वाटर फॉल में डूबने वाले पांचवें बालक नसीम पिता नजीर का शव बुधवार सुबह 10 बजे गोताखोरों ने निकाला। इससे पहले मंगलवार को चार लोगों के शव निकाल लिए गए थे। इनका बुधवार को पोस्टमार्टम किया गया। बुधवार को नजीर उसकी बेटी रूबी और दोनों भानजी रोजी और हिना को नरयावली नाका कब्रस्तान में सुपुर्द ए खाक किया गया। दो अलग-अलग स्थानों से जनाजे उठे। दोनों बहनों का जनाजा शनिचरी और पिता-पुत्री का जनाजा इतवारी टौरी से निकला।
सागर से करीब 40 किलोमीटर दूर राहतगढ़ वॉटर फाॅल पर मंगलवार को एक ही परिवार के छह लोग डूब गए थे। इनमें से मंगलवार शाम को ही चार लोगों के शव निकाल लिए गए थे। परिवार सागर के इतवारी टोरी का रहने वाला है। मरने वालों में तीन लड़कियां, एक पुरुष है। एक बालक का शव बुधवार सुबह मिला है। मंगलवार शाम को अंधेरा घिरते ही बालक की तलाश रोक दी गई थी। बुधवार को शवों का पोस्टमार्टम किया गया। हादसे में नाजिर (35), रूबी पिता नाजिर, रोजी पिता राजखान और हिना पिता राजखान की मौत हो गई। नसीम पिता नाजिर का शव बुधवार को मिला है। वहीं, नाजिया पिता नाजिर को बचा लिया गया। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार इस दौरान आयशा पति नाजिर, अमजद और एक अन्य बालक पानी के बाहर ही थे। इतवारी टोरी का यह परिवार नजीर ऑटो वाले परिवार के नाम से जाना जाता है। पुलिस के अनुसार पूरा परिवार ऑटो रिक्शा से यहां पहुंचा था। बताया जाता है कि पूरा परिवार प्रतिबंधित क्षेत्र तक पहुंच गया और यहां खाना बना रहे थे। संभवत: परिवार काे पता नहीं था कि यह प्रतिबंधित क्षेत्र है। नहाने के दौरान यह हादसा हो गया। हादसे में बची नाजिया को अस्पताल में भर्ती किया गया है।